Last Updated: Tuesday, October 16, 2012, 14:13

नई दिल्ली: हरियाणा के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के तबादले को लेकर सवाल उठाते हुए अरविंद केजरीवाल ने आज आरोप लगाया कि उस अधिकारी ने रॉबर्ट वड्रा और रियलिटी दिग्गज डीएलएफ के बीच कथित भूमि सौदों की जांच के आदेश दिए थे इसीलिये उसका तबादला कर दिया गया।
वर्ष 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका हरियाणा में भूमि सुदृढ़ीकरण एवं भूमि रिकॉर्ड महानिदेशक सह पंजीकरण महानिरीक्षक के पद पर थे। यह पदभार ग्रहण करने के तीन माह के अंदर ही उनका तबादला कर दिया गया।
उन्होंने तीन दिन पहले ही गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल और मेवात में 2005 से हुए भूमि सौदों की जांच के आदेश दिए थे।
केजरीवाल ने कहा ‘‘हरियाणा के मुख्यमंत्री को देश को जवाब देना होगा कि खेमका का तबादला क्यों किया गया। हरियाणा में आईएएस अधिकारियों के लिए तबादला नीति क्या है। उस नीति के तहत क्या एक अधिकारी को सिर्फ इसलिए स्थानांतरित कर दिया जाता है कि वह वड्रा के सौदों की जांच कर रहा था?’’ उन्होंने कहा ‘अशोक खेमका का तबादला हरियाणा सरकार ने इसलिए किया क्योंकि वह राज्य में वड्रा के भूमि सौदों की जांच कर रहे थे। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि खेमका ने वड्रा और डीएलएफ के बीच होने वाले सौदे का पता लगा लिया था और उसे रद्द करने का आदेश दिया था।
खेमका ने अपने तबादले के बारे में हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर शिकायत की है। बहरहाल, उन्होंने पत्र का विवरण देने से इंकार करते हुए सिर्फ इतना कहा कि यह मुख्य सचिव को दिया गया एक पत्र था। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अपनी 21 साल की नौकरी में 40 तबादलों से वह व्यथित और परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि अगर ये समस्याएं खुल कर सामने लाई गईं होतीं तो संभवत: मेरे फैसले सामान्य और सही प्रतीत होते। लेकिन जो कुछ हुआ, वह अंदरखाने हुआ, आपको अलग तरह से बर्ताव करने के आदेश और निर्देश दिए गए।
अधिकारी ने कहा कि अगर आप ऐसी कार्रवाई करते हैं जिसे आप कठोर कहते हैं लेकिन मैं उसे सही कहता हूं और तब आपके खिलाफ कार्रवाई की जाती है, तो यह मनोबल को गिराने वाला और अमानवीय है और आपको खुद पर शर्म आती है। ऐसा लगता है कि आपमें ही कहीं कुछ गलत है ,जिसकी वजह से यह सब हुआ।’
उन्होंने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि आपसे कहा जाता है कि आप औरों के साथ ठीक से काम नहीं कर रहे हैं, जीवन में कहीं कुछ ऐसा है जो सही नहीं है.आदि । ऐसी बातें आपको अपने सही रास्ते से भटकाने के लिए कही जाती हैं ।’
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा ने कहा कि मुख्य सचिव खेमका की शिकायत पर गौर करेंगे। उन्होंने कहा ‘जहां तक हरियाणा सरकार का संबंध है तो हमने किसी को भी अनावश्यक लाभ नहीं दिया है।’
First Published: Tuesday, October 16, 2012, 14:13