Last Updated: Wednesday, November 14, 2012, 15:48

नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की पूर्ती कंपनी में संदेहास्पद निवेश के आरोपों की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर जांच करने वाले एस गुरूमूर्ति ने आज कहा कि मीडिया का एक वर्ग उनके विचारों को राजनीतिक रंग दे रहा है और वह आज भी इस बात पर कायम हैं कि पार्टी अध्यक्ष ने कोई अनैतिक या गैर-कानूनी काम नहीं किया है।
मंगलवार को किए गए अपने ट्वीट और बाद में उसे हटा लिए जाने से उपजे विवाद के बाद गुरूमूर्ति ने आज गडकरी को लिखे पत्र में कहा, मैं इस बात को दोहराता हूं कि पूर्ती मामले की अपनी जांच में मैंने आपकी ओर से नैतिक या कानूनी रूप से कोई गलत काम नहीं पाया है।
उन्होंने कहा, मैंने दक्षतापूर्ण तरीके से पूर्ती के दस्तावेजों का परीक्षण किया और अपने ईमानदार विचारों को रखा। लेकिन मीडिया का एक वर्ग मेरे ईमानदार विचारों को राजनीतिक रंग दे रहा है। गुरूमूर्ति ने मंगलवार को अपने ट्वीट में गडकरी के बारे में कुछ टिप्पणी की थी जिसका कुछ लोगों ने यह अर्थ निकाला कि उन्होंने भाजपा अध्यक्ष को क्लीन चिट नहीं दी है। इसके बाद उन्होंने उस ट्वीट को हटा दिया।
गडकरी को लिखे आज के पत्र में उन्होंने इस बात पर बार बार जोर दिया कि पूर्ती मामले में वह भाजपा अध्यक्ष को पूरी तरह पाक-साफ मानते हैं।
पार्टी अध्यक्ष से उन्होंने कहा कि वह चाहे तो उनके इस पत्र को भाजपा की उस कोर कमेटी के सदस्यों को दिखा सकते हैं जिनके सामने उन्होंने पूर्ती मामले में क्लीन चिट दी थी।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने भी गडकरी का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष ऐसे सामाजिक उद्यमी हैं जो महाराष्ट्र में विदर्भ के किसानों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उनके प्रयासों से आज वहां के किसानों को गन्ने का अच्छा मूल्य मिल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 14, 2012, 15:39