Last Updated: Wednesday, August 7, 2013, 16:06

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय जवानों की हत्या को लेकर रक्षा मंत्री एके एंटनी पर गलत बयान देने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि एंटनी को माफी मांगनी चाहिए। लगता है कि उनकी टिप्पणियां पाकिस्तान को निर्दोष साबित करने के इरादे से की गयी हैं क्योंकि सरकार पाकिस्तान से वार्ता जारी रखना चाहती है।
यह पूछने पर कि रक्षा मंत्री ने विरोधाभासी बयान क्यों दिया, आडवाणी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि सरकार पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रखना चाहती है।’ उन्होंने दावा किया कि हत्याओं में पाकिस्तानी सेना का नाम आने के बावजूद उससे वार्ता जारी रखने पर देश में नाराजगी फैलेगी।
आडवाणी ने पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई को औपचारिक हमला बताते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना के जवान हमारी सीमाओं के भीतर आये और भारतीय सैनिकों की हत्या की। भाजपा नेता के मुताबिक उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ को सुझाव दिया है कि एंटनी और रक्षा मंत्रालय के बयानों के बीच सामंजस्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री को खुद ही सदन को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है और गलत बयान देने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
इस सवाल पर कि क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान अलग से द्विपक्षीय वार्ता करनी चाहिए, आडवाणी ने कहा कि वार्ता के लिए यह समय नहीं है। भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने सदन को कथित रूप से गुमराह करने के लिए एंटनी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि उन्हें नोटिस मिल गया है और वह उनके विचाराधीन है।
आडवाणी ने एंटनी के बयान को दो आधार पर गलत बताया। रक्षा मंत्री और रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयानों में से मंत्रालय ने जो बयान दिया, उसमें साफ कहा गया है कि पाकिस्तानी सरकार और उसकी सेना जिम्मेदार है। आडवाणी ने कहा कि मंत्री ने कहा कि भारी हथियारों से लैस 20 लोगों ने नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा में हमारे सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया जबकि रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सैनिकों पर सीमा के निकट घात लगाकर हमला किया गया।
भाजपा नेता ने कहा कि एंटनी ने यह कहकर रक्षा मंत्रालय से उलट बयान दिया कि भारी हथियारों से लैस 20 आतंकवादी और पाकिस्तानी सेना की वर्दी पहने कुछ अन्य लोगों ने भारतीय सैनिकों की हत्या की जबकि उनके मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की सीमा कार्रवाई टीम (बीएटी) ने भारतीय जवानों की हत्या की है।
आडवाणी ने कहा कि सेना ने जो बयान दिया है उससे संकेत मिलता है कि पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई हाल ही में नियंत्रण रेखा के निकट और कश्मीर में 19 खतरनाक आतंकवादियों के सफाये से आतंकी संगठनों और पाकिस्तानी सेना की हताशा का नतीजा है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर एंटनी से स्पष्टीकरण चाहती है। आडवाणी ने कहा कि वार्ता का माहौल नहीं है। सरकार वार्ता को लेकर उत्साहित है लेकिन जनता ऐसा नहीं सोचती। हमला और वार्ता साथ साथ नहीं चल सकते। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 7, 2013, 16:06