Last Updated: Saturday, August 20, 2011, 11:02

हैदराबाद। सीबीआई का लगातार चौथे दिन भी कडप्पा से लोकसभा सांसद जगनमोहन रेड्डी के ठिकानों पर छापा जारी रहा. आंध्र प्रदेश के सबसे अमीर सांसद जगनमोहन रेड्डी दिवंगत मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी के पुत्र हैं.
इस जांच में जगनमोहन की कई हज़ार करोड़ रुपयों की संपत्ति और पचास से भी अधिक कम्पनियों में पूंजी निवेश के मामले सीबीआई के सामने आए हैं. सीबीआई की गंभीरता उन आरोपों से स्पष्ट है जो जगन और 73 अन्य लोगों पर लगाए गए है.
इस वर्ष में उन्होंने कडप्पा लोक सभा उपचुनाव के लिए जो हलफ़नामा चुनाव आयोग को दिया उसमें उन्होंने अपनी संपत्ति लगभग 450 करोड़ रुपये बताई है. गौरतलब है कि साल 2004 से लेकर अब तक जगनमोहन रेड्डी की संपत्ति में नाटकीय ढंग से जो वृद्धि हुई है. उसका एक संकेत इस बात से मिलता है कि खुद जगन ने 2004 में अपनी कुल संपत्ति मात्र 11 लाख रुपए घोषित की थी.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की करीब 20 टीमों ने हैदराबाद, बेंगलुरू और मुम्बई में विभिन्न स्थानों पर एक साथ तलाशी शुरू की. सीबीआई आरोपियों के खिलाफ मामले दर्ज करने के लिए सबूतों की तलाश कर रही है. वहीं जगन की पार्टी ने इस सीबीआई कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है. पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
एक विशेष अदालत से तलाशी वारंट हासिल करने के बाद सीबीआई अधिकारियों ने जगनमोहन रेड्डी, उनकी बहन शर्मिला, आईएएस अधिकारी बी.पी. आचार्य, व्यवसायी निम्मागड्डा प्रसाद और कई अन्य लोगों के आवासों व कम्पनियों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. जगन की कम्पनियों के कार्यालयों, उनकी कम्पनियों में पैसा लगाने वाले लोगों के घरों में भी तलाशी जारी है.
जगन के विरुद्ध अभियान चलाने वाले पी शंकर राव के कहना है कि जगन की कुल संपत्ति 43,000 करोड़ रुपए है जिसमें उन की कई कंपनियों, एक समाचार पत्र "साक्षी", एक टीवी चैनल, बंगलौर और हैदराबाद में महल जैसे दो घर और कई अन्य भवन शामिल हैं.
First Published: Saturday, August 20, 2011, 16:33