Last Updated: Tuesday, December 27, 2011, 11:55

नई दिल्ली : हिंदू धार्मिक साहित्य भगवद् गीता पर रूसी शहर तामस्क में फैसला आने के एक दिन पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा यहां मंगलवार को रूसी राजदूत अलेक्जेंडर कदाकिन से मिले।
उन्होंने राजदूत से उम्मीद जताई कि मुद्दे का समाधान भारतीयों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राजदूत को मंत्री से मिलने के लिए हैदराबाद हाउस में बुलाया गया था। मुलाकात 20 मिनट चली। इस दौरान राजदूत ने मुद्दे पर रूस का रुख स्पष्ट किया।
पिछले सप्ताह राजदूत ने गीता पर पाबंदी लगाने की मांग करने वालों को सिरफिरा कहा था। कृष्णा ने संसद में दिए गए एक बयान में रूस से मुद्दे का जल्द समाधान करने का आग्रह किया था। रूस के साइबेरियाई शहर तामस्क की जिला अदालत में इस मामले पर बुधवार को फैसला आने की उम्मीद है। पिछले सप्ताह अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था और तामस्क क्षेत्र के मानवाधिकार लोकपाल और मास्को तथा सैंट पीट्सबर्ग के विचारकों से अपनी राय देने के लिए कहा था।
अदालत में मामला रूस के सरकारी अभियोजकों ने दाखिल किया था और मांग की थी कि भगवद् गीता पर पाबंदी लगाई जाए तथा इसे चरमपंथी साहित्य घोषित किया जाए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 27, 2011, 19:25