गोवा बैठक में नरेंद्र मोदी की भूमिका छाए रहने की संभावना

गोवा बैठक में नरेंद्र मोदी की भूमिका छाए रहने की संभावना

गोवा बैठक में नरेंद्र मोदी की भूमिका छाए रहने की संभावनाज़ी मीडिया ब्‍यूरो

पणजी/नई दिल्‍ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार से गोवा में शुरू हो रही है। इस बैठक में गुजरात के मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्‍य केंद्र में रहेंगे।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री की भूमिका का मुद्दा छाए रहने की संभावना है। पार्टी का एक वर्ग उन्हें भाजपा प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की जोरदार मांग कर रहा है।

दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले सात जून (शुक्रवार) को केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें कार्यकारिणी का एजेंडा तय किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि कुछ पदाधिकारी कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख घोषित किए जाने का दबाव बना सकते हैं। लेकिन इस मुद्दे पर पार्टी के भीतर अभी आम राय नहीं दिख रही है। इसलिए कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को यह पद दिए जाने की संभावना कम ही है।

इस विषय के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने कहा, ‘कार्यकर्ता अपेक्षा कर रहे हैं कि भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह गोवा बैठक में पार्टी को एक स्पष्ट संदेश दें। वह इस पर काम कर रहे हैं और कार्यकारिणी की बैठक से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेताओं तथा संसदीय बोर्ड के सदस्यों से विचार विमर्श कर रहे हैं।’ यह पूछे जाने पर कि मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा करने का रास्ता क्या साफ हो गया है, उन्होंने कहा कि अभी पक्का कुछ नहीं है। उन्होंने इस बारे में और कुछ कहने से इनकार कर दिया।

हालांकि सूत्रों का कहना है कि राजनाथ सिंह इस मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अभी भी सलाह मशविरा कर रहे हैं। इस बात की संभावना है कि भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल मोदी के कुछ कट्टर समर्थक बैठक के दौरान खुले तौर पर मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख घोषित किए जाने की मांग कर सकते हैं।

उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने प्रचार समिति के प्रमुख के रूप में मोदी के नाम की घोषणा की संभावना से एक तरह इनकार करते हुए कहा कि ऐसे निर्णय पार्टी के संसदीय बोर्ड में तय किए जाते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या गोवा बैठक में नेतृत्व का मुद्दा छाया रहेगा, सिन्हा ने कहा कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी नेतृत्व का मुद्दा तय करने के लिए कुछ अधिक बड़ा निकाय है। भाजपा पहले ही बहुत स्पष्ट कर चुकी है कि ऐसे मुद्दे संसदीय बोर्ड में तय किए जाएंगे। इस पद के लिए मोदी के नाम की घोषणा हो या नहीं हो, एक बात तो तय है कि गोवा बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री छाए रहेंगे।

गौर हो कि कार्यकारिणी की बैठक के दौरान दो प्रस्ताव पारित होंगे। देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा की स्थिति तथा चुनौतियों से निपटने में संप्रग सरकार की कथित असफलताओं पर ये प्रस्ताव होंगे। भाजपा की ऐसी बैठकों में आम तौर पर राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पारित किए जाते हैं लेकिन इस बार यह बदलाव किया गया है। सूत्रों ने बताया कि ऐसा हाल में छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं के काफिले पर नक्सली हमले की घटना के मद्देनजर किया गया है।

बताया जा रहा है कि गोवा बैठक में अपनाए जाने वाले राजनीतिक प्रस्ताव में ही आर्थिक मुद्दों का भी उल्लेख होगा। इस बैठक में राजग सहयोगी दलों के बीच के रिश्तों और इस गठबंधन में और दलों को लाने की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी।

First Published: Friday, June 7, 2013, 09:15

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