चार नेवी अफसर ने लीक की सूचना, होगी जांच - Zee News हिंदी

चार नेवी अफसर ने लीक की सूचना, होगी जांच



ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

नई दिल्ली : सोशल नेटवर्किंग साइट (फेसबुक) पर जानकारी साझा करने वाले चार नेवी अफसरों के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है। नौसेना की बोर्ड ऑफ इंक्वायरी ने नेवी के चार वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। इन आरोपी अधिकारियों पर गोपनीय जानकारी रखने और उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट पर लीक करने का आरोप है।

 

नौसेना सूत्रों ने बताया कि तकनीकी विभाग के चार अधिकारियों के खिलाफ गोपनीय जानकारी रखने और उन्हें सोशल नेटवर्किंग साइट पर लीक करने के खिलाफ बोर्ड ऑफ इंक्वायरी गठित की गई। इससे पहले, नौसेना ने अपने चार वरिष्ठ अधिकारियों को संवेदनशील सूचनाएं लीक करने का दोषी पाया। नौसेना की पश्चिमी कमान ने चारों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा नौसेना मुख्यालय को भेजी।

 

नौसेना के सूत्रों के मुताबिक मुंबई में कमांडर स्तर के चार अधिकारियों की निगरानी और जांच के बाद उन्हें गोपनीय जानकारियां सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए सूचनाएं लीक करने के लिए जिम्मेदार पाया। सूत्रों के अनुसार, संदेह के बाद नौसेना के निगरानी तंत्र ने न केवल चारों अधिकारियों के सोशल नेटवर्किंग अकाउंट पर नजर रखी, बल्कि बोर्ड ऑफ इंक्वायरी की जाच में उन्हें पेट्रोलिंग नौकाओं और युद्धपोतों पर तैनात हथियारों के बारे में अहम सूचनाएं साझा करने का दोषी भी पाया।

 

जांच के दौरान इन अफसरों के पास ऐसे सूचना दस्तावेज भी पाए गए जो उनके पास नहीं होना चाहिए थे। सूत्रों के अनुसार, बोर्ड ऑफ इंक्वायरी ने आगे की कार्रवाई के लिए अपनी अनुशंसा भेज दी है। हालाकि यह जानकारी नहीं मिल पाई कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ क्या और कितनी सजा की सिफारिश की गई है।

 

गौर हो कि इससे पहले नौसेना गोपनीयता भंग करने और सूचनाओं के संबंध में निर्धारित मानकों के उल्लंघन के लिए बीते दिनों कमांडर रैंक के अधिकारी सुखजिंदर सिंह को बर्खास्त कर चुकी है। इसके अलावा, विमानवाहक पोत गोर्शकोव खरीद प्रक्रिया के सिलसिले में सुखजिंदर पर रूस में तैनाती के दौरान एक स्थानीय महिला से नजदीकियों के चलते गोपनीयता से समझौते करने का आरोप था। साल 2005 में नौसेना ने अपने वार रूम से गोपनीय सूचनाएं लीक करने के मामले में तीन कमांडर रैंक के अधिकारियों की सेवाएं समाप्त कर दी थी।

First Published: Friday, January 27, 2012, 10:33

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