Last Updated: Monday, May 14, 2012, 03:45
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: सरकार के उन खबरों का खंडन किया है जिसमें थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के चिट्ठी लीक मामले में एक महिला अधिकारी को जिम्मेदार ठहराया है। सरकार ने इस रिपोर्ट का खंडन किया है। पत्र सूचना कार्यालय की प्रधान महानिदेशक नीलम कपूर ने कहा कि किसी अधिकारी को इस लीक का जिम्मेदार ठहराए जाने संबंधी रिपोर्ट ‘पूरी तरह से गलत’ है।
इससे पहले की रिपोर्ट में केंद्रीय सचिवालय में संयुक्त सचिव स्तर की एक अधिकारी को थल सेनाध्यक्ष जनरल वी.के सिंह की ओर से हथियारों और उपकरणों की कमी के बारे में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे अति गोपनीय पत्र को लीक करने का जिम्मेदार ठहराने की बात कही गई थी।
उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस महिला अधिकारी को उनके महत्वपूर्ण पद से हटा दिया गया, जिसमें उन्हें खुफिया मामलों में अधिकार मिले हुए थे। सूत्रों का कहना है कि यह अधिकारी आईएएस और आईपीएस से इतर सेवा से जुड़ी हुई हैं। यह कार्रवाई सेनाध्यक्ष पत्र लीक मामले में हुई आईबी जांच के बाद की गई है।
गौरतलब है कि 12 मार्च को लिखे गए इस पत्र के 28 मार्च को मीडिया में लीक होने के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस पत्र को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से लीक किया गया है या थलसेनाध्यक्ष ने इसे लीक किया है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले में पीएमओ के आदेश पर हुई जांच में जनरल सिंह को मामले में किसी भी गलत कार्य में शामिल होने का दोषी नहीं पाया गया है।
First Published: Monday, May 14, 2012, 15:43