Last Updated: Monday, September 26, 2011, 13:38
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्रालय के एक नोट में टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन में अपनी भूमिका को लेकर मचे घमासान के बीच सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास दस जनपथ पर मुलाकात की. हालांकि यह बैठक दस मिनट ही चली. सूत्रों के अनुसार, चिदंबरम ने कांग्रेस अध्यक्ष को बताया कि वे पार्टी को शर्मिंदा नहीं करना चाहते हैं और इसलिए टूजी विवाद पर इस्तीफा देने की पेशकश की. वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा तैयार नोट में यह सुझाव दिया गया है कि टूजी घोटाले को टाला जा सकता था, अगर चिदंबरम की अध्यक्षता वाले वित्त मंत्रालय ने नीलामी के बजाय 2001 की कीमत के आधार पर स्पेक्ट्रम के आवंटन पर जोर दिया होता. इससे पूर्व सोमवार दोपहर को वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी न्यूयॉर्क से स्वादेश लौटे. मुखर्जी के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से आज शाम मिलने की उम्मीद है. जिसमें इस बात की उम्मीलद है कि वे सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के साथ अपनी बैठक के बारे में जानकारी देंगे तथा वित्त मंत्रालय की ओर से टूजी स्पेक्ट्रम नोट पर चिदंबरम से जुड़े मसले पर स्थिति स्पीष्टक करेंगे. उनके स्वीदेश लौट आने के बाद इस संदर्भ में पूछे गए सवाल पर मुखर्जी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अमेरिका से वापस आने के बाद इस मसले पर कोई टिप्पणी करेंगे. रविवार को प्रणब मुखर्जी ने न्यूयॉर्क पैलेस होटल में टूजी नोट विवाद पर प्रधानमंत्री के साथ बैठक की थी. रिपोर्ट इस ओर इशारा करता है कि वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सिंह से अपनी मुलाकात के दौरान टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन से संबंधित सभी दस्तावेजों को उन्हेंम सौंप दिया. यह भी पता चला है कि मुखर्जी ने प्रधानमंत्री को बताया कि टूजी नोट पीएमओ की ओर से जारी किया गया न कि उनके कार्यालय के द्वारा. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने यह भी कहा कि टूजी विवाद में पीएमओ की भूमिका भी जांच के दायरे में आ सकता है.
First Published: Monday, September 26, 2011, 20:53