Last Updated: Monday, November 19, 2012, 17:59
नई दिल्ली: भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों के सतत प्रहार के बाद अब स्वयं वित्त मंत्री पी चिदंबरम की ओर से नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पर बेशर्म आक्षेप लगाना घोर गैर-जिम्मेदाराना कदम है। यह सरकार पर लदते चले जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों से जनता का ध्यान हटाने का प्रयास है।
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां कहा कि चिदंबरम का यह कहना दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोयला ब्लाक आवंटन से कैग ने जो 1,86,000 करोड़ रूपयों की हानि दर्शायी है वह मनगढंत और काल्पनिक है। संसद सत्र शुरू होने से कुछ दिन पहले वित्त मंत्री की ओर से ऐसा बयाय आना चिंता की बात भी है।
उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में सवालों का जवाब देने के लिए खुद को इसकी जांच कर रही संयुक्त संसदी समिति के समक्ष पेश करने की बजाय चिदंबरम कैग पर 2जी और कोयला ब्लाक आवंटन को लेकर बेशर्म आक्षेप लगा रहे हैं।
कांग्रेस से भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वह कि कैग के आंकड़ों को चुनौती देने की बजाय तथ्यों पर स्पष्टीकरण दे ..और सचाई यह है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार मनमाने ढंग से कोयला ब्लाक आवंटन करके गर्दन तक भ्रष्टाचार की दलदल में धंसी है।
प्रधानमंत्री को लपेटते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि राष्ट्रमंडल खेल और कोयला ब्लाक आवंटन घोटालों में कांग्रेस दोहरे मानदंड अपना रही है। राष्ट्रमंडल मामले में अंतिम हस्ताक्षरकर्ता के खिलाफ मामला बनाया गया और अब उस पर मुकद्दमा चल रहा है जबकि कोयला ब्लाक आवंटन मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बचाया जा रहा, हालांकि इसमें अंतिम हस्ताक्षरकर्ता वही थे। मुख्य विपक्षी दल ने अपनी इस मांग को दोहराया कि प्रधानमंत्री अपनी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए पद से इस्तीफा दें। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 19, 2012, 17:59