Last Updated: Wednesday, April 11, 2012, 04:51
ज़ी न्यूज ब्यूरोअजमेर : पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की जियारत का किसी को फायदा हो या ना हो, लेकिन पाकिस्तानी नागरिक खलील चिश्ती को इसका फायदा जरूर मिला।
कई दशकों से अजमेर जेल में बंद चिश्ती की जमानत मिलने का टेलीग्राफ संदेश मंगलवार को केन्द्रीय जेल और फास्ट ट्रेक कोर्ट में पहुंच गया है। जमानत आदेश की सत्यापित प्रति नहीं आने से खलील की मंगलवार को जमानत नहीं हो सकी।उम्मीद जताई जा रही है कि आज किसी समय खलील चिश्ती की रिहाई हो सकती है।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को खलील चिश्ती की जमानत अर्जी मंजूर कर ली थी। विशिष्ट लोक अभियोजक मंजूर अली ने बताया कि टेलीग्राफ संदेश में लिखा गया है कि इदरिस हत्याकांड के अभियुक्त खलील चिश्ती की जमानत अर्जी मंजूर कर ली गई है। चिश्ती को जमानत मुचलके पेश करने पर जमानत पर रिहा किया जाए।
First Published: Wednesday, April 11, 2012, 13:05