'चीनी नागरिक ने 100 आतंकियों को दी पैरा ग्‍लाइडिंग की ट्रेनिंग'

'चीनी नागरिक ने 100 आतंकियों को दी पैरा ग्‍लाइडिंग की ट्रेनिंग'

'चीनी नागरिक ने 100 आतंकियों को दी पैरा ग्‍लाइडिंग की ट्रेनिंग'ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : मुंबई हमले का दोषी आतंकी अबु हमजा गिरफ्त में आने के बाद नए राज खोल रहा है और मंगलवार को उसने एक और सनसनीखेज खुलासा किया। अबु हमजा ने यह भी राज खोला है कि चीन का नागरिक आतंकियों को पैरा ग्लाइइडिंग की ट्रेनिंग दे रहा है। पाकिस्तान में अब तक 100 आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि अबु हमजा के पास उसके नाम से पाकिस्तान में बना पासपोर्ट है।

हमजा ने जांच अधिकारियों के समक्ष कहा है कि आतंकी संगठन (लश्‍कर-ए-तोएबा) की अब महाराष्‍ट्र के नासिक स्थित पुलिस एकेडमी पर हमले की योजना थी। आतंकियों की यह योजना लाहौर के पुलिस एकेडमी पर हुए हमले की तरह ही थी। गौर हो कि साल 2009 में आतंकियों ने लाहौर एकेडमी पर हमला किया था।

हमजा के खुलासे से पाकिस्‍तान बेनकाब होता जा रहा है। हमजा ने जांच अधिकारियों को बताया कि मुंबई में 26/11 हमले के दौरान आईएसआई का दो अफसर कंट्रोल रूम में मौजूद था। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि पाक का सरकारी तंत्र इस हमले में पूरी तरह शामिल था।

हमजा ने यह भी स्वीकार किया है कि 26/11 के मुंबई हमले का नियंत्रण कराची के जिस कक्ष से किया जा रहा था, उसमें मौजूद लोगों में एक लश्कर-ए-तोएबा का आतंकवादी था, जिसकी पहचान `मेजर जनरल साहेब` के रूप में हुई है। यह बात प्रमुख संदिग्ध अबु जिंदाल उर्फ अबु हमजा ने भारतीय जांच अधिकारियों को दी।

जांच अधिकारी अभी भी लश्कर के आतंकवादी की पहचान स्पष्ट करने में लगे हुए हैं। हमजा ने बताया है कि 26 नवम्बर 2008 को हमले का नियंत्रण करने वाले कक्ष में पाकिस्तान की आधिकारिक खुफिया एजेंसी आईएसआई के कम से कम दो अधिकारी भी मौजूद थे।

एक जांच अधिकारी ने कहा कि जिंदाल ने अब तक नियंत्रण कक्ष में मौजूद कुछ लोगों की जानकारी दी है। एक की पहचान उसने `मेजर जनरल साहेब` के रूप में की है, जिसका सही नाम का पता नहीं चला है। लगता है कि वह लश्कर-ए-तैयबा का कोई ऊंचा अधिकारी है। इसके अलावा अन्य दो लोगों का नाम जिंदाल ने `जकी-उर-रहमान लखवी और मुजम्मी उर्फ यूसुफ` बताया।

हमजा को सऊदी अरब में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसे 21 जून को भारत लाया गया। अभी वह दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की हिरासत में है। उससे नवम्बर 2008 के मुम्बई हमलों सहित कई अन्य आतंकवादी हमले के बारे में पूछताछ की जा रही है।

अधिकारियों ने कहा कि हमला को आईएसआई अधिकारियों का नाम और पद पता नहीं है। उसका कहना है कि जब उन अधिकारियों से वह नियंत्रण कक्ष में मिला तब उसे इस बारे में पूछने की इजाजत नहीं थी। अधिकारियों के मुताबिक हमजा सिर्फ लश्कर-ए-तोएबा सदस्य हाफिज सईद और जकी-उर-रहमान लखवी का नाम जानता है, क्योंकि वह उन्हें पहले से जानता था।

लश्कर-ए-तोएबा के आतंकवादी हमजा से 12 दिनों की पूछताछ के बाद भारतीय अधिकारियों को यह विश्वास हो चला है कि मुंबई हमला पाकिस्तान सरकार के सहयोग से की गई थी और आईएसआई ने इसमें सक्रिय भूमिका निभाई थी। देश की अलग-अलग खुफिया और पुलिस एजेंसियां हमजा से पूछताछ कर रही हैं।

First Published: Tuesday, July 3, 2012, 13:52

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