Last Updated: Friday, September 6, 2013, 00:13
नई दिल्ली : चीन सीमा पर हालात का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से बनाई गई एक समिति के बारे में समझा जाता है कि उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीनी सेना ने भारतीय जवानों को गश्ती के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक जाने की इजाजत नहीं दी थी।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (एनएसएबी) के अध्यक्ष श्याम सरन की अध्यक्षता वाली इस टीम ने सीमा पर आधारभूत संरचना विकास और वहां के हालात का जायजा लेने के लिए 2 अगस्त से 9 अगस्त के बीच लद्दाख का दौरा किया था। माना जा रहा है कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत जिसे एलएसी मानता है उसके भीतर दौलत बेग ओल्डी और लद्दाख के अन्य सेक्टरों में चीनी सैनिकों ने मोटर के आने-जाने लायक सड़कें बना दी हैं।
सूत्रों ने बताया, समझा जाता है कि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय सेना को चीनी सैनिकों ने गश्त करने से रोका था। यह मुद्दा लोकसभा में आज भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने उठाया। सिन्हा ने कहा कि मीडिया रिपोट ने समिति का हवाला देते हुए बताया है कि चीन ने 640 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। सिन्हा ने मांग की कि रक्षा मंत्री एके एंटनी तुरंत संसद में स्थिति स्पष्ट करें। भाजपा नेता की इस मांग पर सरकार राजी हुई और कहा कि एंटनी से अनुरोध किया जाएगा कि वह शुक्रवार दोपहर एक बजे या इससे पहले बयान दें।
First Published: Friday, September 6, 2013, 00:13