चीन की विस्तारवादी नीतियां जारी : जनरल सिंह

चीन की विस्तारवादी नीतियां जारी : जनरल सिंह

भोपाल : पूर्व थलसेना अध्यक्ष जनरल वीके. सिंह ने कहा है कि चीन आज भी अपनी विस्तारवादी नीति अपना रहा है, जिसकी आड में वह दूसरे देशों की जमीन हथियाने का प्रयास करता है।

सिंह ने कहा कि चीनी विस्तारवाद के खतरे एवं हमारा दायित्व विषय पर मुख्य अतिथि के तौर पर कहा कि गलत साहित्य एवं गलत नक्शों के जरिये पहले वह अन्य पड़ोसी देशों की जमीन पर दावा करता है और उन्हें हथियाने का प्रयास करता है।

उन्होंने कहा कि भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में होने वाली ज्यादातर राष्ट्रविरोधी गतिविधियां भी चीन से संचालित होती रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और सेना वहां के हालात से निपटने में सक्षम है।

सिंह ने उत्तर पूर्व में चलने वाली विद्रोहात्मक गतिविधियों के लिये केन्द्र की उपेक्षा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि देश शक्तिशाली हो तो हर चुनौती का सामना सफलता पूर्वक किया जा सकता है।


देश में नक्सली गतिविधियों के फैलाव पर चिंता जाहिर करते हुए सिंह ने कहा कि वर्ष 1990 में देश के केवल 50 जिले ही नक्सलवाद से प्रभावित थे, लेकिन आज 270 जिले नक्सलवाद से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि यदि इसे प्रभावी ढंग से रोका नहीं गया तो देश संकट के कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने देश में नक्सलवादी गतिविधियों की सबसे बडी वजह विकास में इन क्षेत्रों की उपेक्षा और आर्थिक सामाजिक अन्याय को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यदि नक्सलवाद पर नियंत्रण पाना है तो इन कारणों को समाप्त करना होगा।

पूर्व थल सेना अध्यक्ष ने कहा कि एक बार उनके कार्यकाल में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सैन्य कार्रवाई को अनुरोध केन्द्र से किया गया था लेकिन सरकार ने यह कहते हुए इसे ठुकरा दिया था कि सेना अपने ही देश के लोगों पर गोली नहीं चला सकती।

उन्होने भ्रष्टाचार तथा सामाजिक आर्थिक विषमता को देश की वर्तमान समस्याओं के लिये सबसे बडा खतरा बताते हुए इनके खिलाफ जागरुकता पैदा करने की आवश्यकता बतायी। उन्होंने वोट बैंक की राजनीति के कारण देश को जाति धर्म के आधार पर बांटने की प्रवृत्ति पर भी रोक लगाने को कहा। (एजेंसी)

First Published: Friday, November 30, 2012, 16:13

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