'चीन पर भारत-अमेरिका का साझा हित' - Zee News हिंदी

'चीन पर भारत-अमेरिका का साझा हित'

नई दिल्ली : दक्षिणी चीन सागर में भारत के तेल उत्खनन पर चीन के कड़ा रूख अख्तियार करने के इस समय एक नवीनतम थिंक टैंक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन को भारत और अमेरिका के कई साझे रणनीतिक उद्देश्य हैं.

अमेरिका स्थिति विदेश संबंध परिषद और एस्पेन इंस्टीट्यूट की भारत शाखा द्वारा संयुक्त रूप से तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थिर अतंरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए चीन की भूमिका जरूरी है. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत और अमेरिका के प्रमुख राष्ट्रीय हित इस बात में है कि उनका चीन के साथ मधुर संबंध हो.’ रिपोर्ट यह भी कहता है कि चीन के कुछ कदम सद्भावना की दृष्टि से असंगत रहे हैं.

रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2007 के बाद से चीन ने कुछ ऐसे कदम उठाए जो अमेरिका, भारत और इस क्षेत्र के अन्य राष्ट्रों के चिंताजनक रहे. इस थिंक टैंक ने वर्ष 2007 में उपग्रह रोधक हथियार के परीक्षण, भूटान-भारत-चीन सीमा के अतिक्रमण और दक्षिण चीन सागर के गैर विवादास्पद संप्रभुता पर चीन के दावे कुछ चिंताजनक कार्रवार्इयां रही हैं.

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन का (अन्य देशों के साथ) बर्ताव कुछ ऐसा रहा कि भारत और अमेरिका को पूर्वी एशिया में अपनी बातचीत में तेजी लानी पड़ी. इस अध्ययन में कई ऐसे नीतिगत सुझाव दिए गए हैं जिन्हें अमेरिका और भारत प्रभावशाली चीन के संदर्भ में उठा सकते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका को भारत के शांतिपूर्ण उत्थान का हमेशा कड़ा समर्थन करते रहना चाहिए जबकि भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका की मौजूदगी का स्वागत करना चाहिए. दोनों देशों को चीन के संदर्भ में अपने मुद्दों से एक दूसरे को अवगत कराते रहना चाहिए.

अमेरिका में भारत के राजदूत रहे नरेश चंद्रा ने इस रिपोर्ट को जारी किये जाने के अवसर पर कहा कि चीन और अमेरिका के बीच संबंधों का स्तर भारत और अमेरिका की तुलना में अधिक रहा है. नरेश चंद्रा ने कहा, ‘हमारा अमेरिका के साथ काम करने का इतिहास नहीं रहा है.’ उन्होंने कहा कि ऐसा भी समय था जब एक दूसरे के बारे में दोनों को संदेह रहता था, लेकिन ‘भारत अमेरिका संबंध में ऐसे संबंध के दिन अब लद गए.’

इस अध्ययन समूह में नरेश चंद्रा के अलावा भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत रॉबर्ट ब्लैकविल, पूर्व विदेश सचिव के एस बाजपेयी, पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रजेश मिश्रा और एश्ले टेलिस शामिल हैं. इस रिपोर्ट में यह भी सुझाव दिया गया है कि भारत और अमेरिका को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी स्थायित्व को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक रूप से मिलकर काम करना चाहिए.

First Published: Saturday, September 17, 2011, 23:42

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