चौथे दिन में पहुंचा भूमिहीनों का`जनसत्याग्रह मार्च`

चौथे दिन में पहुंचा भूमिहीनों का`जनसत्याग्रह मार्च`

ज़ी न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली/आगरा : 25 राज्यों के 50 हजार भूमिहीनों लोगों का ग्वालियर से दिल्ली तक निकाला गया जनसत्याग्रह मार्च शनिवार को चौथे दिन राजस्थान की सीमा में प्रवेश कर गया। गौरतलब है कि पूरे देश में समान भूमि सुधार कानून की मांग को लेकर हजारों आदिवासियों और भूमिहीनों का यह जत्था बुधवार को मध्यप्रदेश के ग्वालियर से दिल्ली तक की पदयात्रा पर निकला है। इस सत्याग्रह मार्च की अगुआई एकता परिषद के अध्यक्ष पीवी राजगोपाल कर रहे हैं। इस पैदल मार्च में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह पैदल मार्च 12 किलोमीटर लंबा है। आंदोलनकारियों ने इस भूमि सुधार आंदोलन को ‘जन सत्याग्रह’ का नाम दिया है।

जनसत्याग्रह मार्च को भाजपा सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। शुक्रवार को इस यात्रा का पड़ाव मुरैना का बाबा देवपुरी रहा। शनिवार को जनसत्याग्रही देवपुरी से आगे निकले और आगरा होते हुए राजस्थान की सीमा में प्रवेश किया। राजस्थान में इस यात्रा का पहला पड़ाव धौलपुर जिले में मनिया है। सत्याग्रह की अगुआई कर रहे एकता परिषद के अध्यक्ष पीवी राजगोपाल के मुताबिक, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने इस सिलसिले में उनसे बात की है। राजगोपाल के अनुसार, जयराम रमेश ने संभवत: इस बारे में प्रधानमंत्री से भी बात की है।

इससे पहले ग्वालियर में बुधवार को जनसत्याग्रह मार्च शुरू होने से पहले केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश और केंद्रीय उद्योग व वाणिज्य राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को मेला मैदान में सत्याग्रहियों से बातचीत के लिए पहुंचे थे, लेकिन बातचीत सफल नहीं हुई। हालांकि केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश सत्याग्रहियों की मांगों को जायज ठहरा चुके हैं, लेकिन इन्हें पूरा करने में उन्होंने अपनी असमर्थता जताई। उनका कहना है कि इस मुद्दे पर राज्यों से भी चर्चा करनी होगी।

First Published: Saturday, October 6, 2012, 21:55

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