Last Updated: Friday, March 15, 2013, 18:50

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर से आफ्सपा खत्म करने की मांग की पृष्ठभूमि में सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने आज कहा कि राज्य से आफ्सपा हटाने का यह ‘सही समय’ नहीं है और इस संबंध में किसी भी फैसले का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
इस मुद्दे पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘हम केवल सिफारिश कर सकते हैं। यदि मुझसे भी पूछा जाए तो मैं कहूंगा कि इस अधिनियम पर हस्तक्षेप करने का यह सही समय नहीं है। इस मोड़ पर हमें आफ्सपा को खत्म नहीं करना चाहिए।’ सेना प्रमुख यहां एक कार्यक्रम में सवालों का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘हालात पर गौर करना महत्वपूर्ण है और यह अहम है कि हम फैसला लेने से पहले हालात के सुरक्षा आयामों को देखें। फैसला व्यावहारिक होना चाहिए और यह राष्ट्रीय हित में होना चाहिए तथा इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।’ वह राज्य से सैन्य बल विशेषाधिकार कानून (आफ्सपा) को खत्म करने की केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला की मांग के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
सेना प्रमुख ने उल्लेख किया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकी ढांचा अब भी कायम है और श्रीनगर में सीआरपीएफ पर हमले में मारा गया एक आतंकवादी पाकिस्तान मूल का था। उन्होंने कहा कि राज्य में सुरक्षा माहौल को कई बाहरी कारक प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह फैसला हिंसा की स्थिति के मद्देनजर लिया जाना होगा। भविष्य में क्या हो सकता है इसकी पृष्ठभूमि में लिया जाएगा। भविष्य की रूपरेखा की पृष्ठभूमि में लिया जाएगा। हमें इस बाबत बहुत आश्वस्त होना पड़ेगा कि समस्या फिर से पैदा न हो जाए। ऐसा नहीं होना चाहिए हम नुकसान की हालत में हों।’
जनरल ने कहा, ‘हम वहां हैं क्योंकि देश चाहता है कि हमें वहां होना चाहिए। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हमें ऐसा करने का आदेश मिला है।’ पिछले कुछ समय में राज्य में राजनीतिक संगठनों और वहां के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला इस विवादास्पद अधिनियम को राज्य के कुछ हिस्सों से हटाने की वकालत कर चुके हैं, लेकिन सेना इस मांग का विरोध कर रही है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 15, 2013, 18:50