जवानों के प्रयासों को कम करके न आंका जाए: चिदंबरम

जवानों के प्रयासों को कम करके न आंका जाए: चिदंबरम

जवानों के प्रयासों को कम करके न आंका जाए: चिदंबरमकराईकुडी (तमिलनाडु): केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने बाढ से तबाह हुए उत्तराखंड के इलाकों में राहत अभियानों की धीमी गति को लेकर सरकार की आलोचना को खारिज किया है और बचाव अभियान में अथक प्रयासों के लिए सैन्य बलों के जवानों की सराहना की है। उन्होंने कहा, हम प्राकृतिक आपदा को रोक नहीं सकते। हालांकि आपदा के बाद हम बचाव और राहत अभियानों के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। जवान मुश्किल परिस्थितियों में लोगों को बचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। उनका काम वातानुकूलित कमरों में बैठना और समाचार पत्रों के लिए लिखने जैसा नहीं है। चिदंबरम ने समन्वय की कमी के कारण बाढ पीड़ित इलाकों में राहत कार्यों में बाधा उत्पन्न होने संबंधी रिपोटरें का जिक्र करते हुए मीडिया से कहा कि वह जवानों की कोशिशों को कम करके न आंके। उन्होंने कल शाम अपने शिवगंगा लोकसभा क्षेत्र में कराईकुडी के निकट अमरावतिपुदुर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) परिसर की चौथी रिज़र्व बटालियन को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद यह बात कही।

चिदंबरम ने बताया कि नौसेना, वायु सेना, थलसेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस समेत अर्धसैन्य बलों के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा, हम वहां फंसे सभी लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पूर्व गृहमंत्री के तौर यहां सीआईएसएफ परिसर स्थापित करने में अहम भूमिका निभाने वाले चिदंबरम ने तमिलनाडु सरकार से चौथी बटालियन की सेवाओं का उपयोग करने की अपील की। उन्होंने इस बटालियन को स्थापित करने में मदद करने के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद किया।

चिदंबरम ने सामप्रदायिक सद्भाव और आर्थिक विकास को कांग्रेस नीत संप्रग सरकार की दो बड़ी नीतियां बताया। इस मौके पर मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि केरल और तमिलनाडु की जरूरतों को पूरा करने के लिए अमरावतिपुदुर सीआईएएफ का परिसर बनाने के लिए आदर्श स्थान है। इस परिसर में सौर उर्जा से संचालित उपकरण लगाए गए हैं जिन्हें अन्य परिसरों में भी लगाया जाएगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, June 24, 2013, 13:28

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