Last Updated: Monday, February 18, 2013, 21:25

नई दिल्ली : भारत ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सैनिक का सिर काटे जाने के मुद्दे को दुर्भाग्यपूर्ण अध्याय का अंत मानना ‘थोड़ी जल्दबाजी’ होगी लेकिन साथ ही जोर दिया कि इस तरह के लगातार प्रयास किये जायेंगे कि ऐसी घटनाओं का द्विपक्षीय संबंधों पर प्रभाव नहीं पड़े।
यह पूछे जाने पर कि जवान का सिरे काटे जाने का मुद्दा पीछे छूट गया है, विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा, ‘कहना कठिन है। मैं समझता हूं कि हम इस पर काम कर रहे हैं और मुझे लगता है कि कई द्विपक्षीय प्रक्रियाएं चल रही हैं जो हम चाहते हैं चाहे कोई घटना कितनी भी खराब क्यों न हों, हम उन द्विपक्षीय प्रक्रियाओं को नजरंदाज नहीं कर सकते जिसका उपयोग हम प्रत्येक संकट से निपटने के लिए करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन यह कहना कि यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण घटना का अंत होगा, मेरे लिए थोड़ी जल्दबाजी होगी। हमें इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए जो समय के साथ आयेगा।’
खुर्शीद ने आबिद हुसैन स्मारक व्याख्यान देते हुए पड़ोस की स्थिति के बारे में और भारत के कुछ अधिक नहीं करने और क्षेत्र में दखल देने के बारे में आलोचनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मालदीव के साथ संबंध हिन्द महासागर में भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि देश ने शांति प्रयासों की दिशा में काफी पहल की है और केवल एक छोटी घटना के लिए क्या पूरी प्रक्रिया को पटरी से उतार दें और बदले के लिए सैकडों युवाओं को मौत के मुंह में झोंक दें। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 18, 2013, 21:25