जवाबी तख्तापलट का प्रस्ताव नकारा: नशीद - Zee News हिंदी

जवाबी तख्तापलट का प्रस्ताव नकारा: नशीद

 

नई दिल्ली : मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने बुधवार को दावा किया कि उनके पास मोहम्मद वहीद की मौजूदा सरकार के खिलाफ, कुछ सैन्य अधिकारियों की मदद से जवाबी तख्तापलट का एक मौका था, लेकिन अपने मजबूत लोकतांत्रिक जड़ों के कारण उन्होंने इस मौके को नकार दिया था। नशीद, मालदीव के लोकतांत्रिक रूप से चुने गए पहले राष्ट्रपति रहे हैं। उन्होंने अपने देश में जल्द राष्ट्रपति चुनाव कराने और माले में एक बार फिर एक लोकप्रिय सरकार स्थापित करने की अपनी पार्टी की मांग के पक्ष में भारत सरकार और उसके नीतिनिर्माताओं का समर्थन मांगा है।

 

नशीद चार दिन के दौरे पर बुधवार से नई दिल्ली में हैं। उनके साथ उनकी पार्टी का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी है। वह अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विदेश सचिव रंजन मथाई से मुलाकात करने वाले हैं। नशीद ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में आयोजित एक चर्चा सत्र में कहा कि 7 फरवरी के तख्तापलट के चंद दिनों बाद ही मालदीव के कुछ सैन्य अधिकारियों ने एक जवाबी तख्तापलट और मुझे फिर से राष्ट्रपति बनाने की इच्छा के साथ मुझसे संपर्क किया था। मैंने उन्हें इनकार कर दिया था और कहा था कि मेरा समय बर्बाद मत कीजिए। नशीद ने कहा कि ताकत का क्रूर इस्तेमाल गलत है, चाहे ऐसा करने वाला मैं हूं या दूसरे लोग हों।

 

नशीद यह बात लगातार कहते आ रहे हैं कि सेना और पुलिस के कुछ अधिकारियों ने उन्हें इस्तीफे के लिए मजबूर किया था। लेकिन उसी समय से उनकी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) जल्द चुनाव की मांग कर रही है। जबकि राष्ट्रपति का अगला चुनाव 2013 में प्रस्तावित है। मालदीव के अन्य राजनीतिक दल जल्द चुनाव नहीं चाहते और वे इसके लिए संवैधानिक दिक्कतों का हवाला दे रहे हैं। लेकिन नशीद दावा कर रहे हैं कि संविधान संशोधन की जरूरत नहीं है, और चुनाव के लिए सिर्फ मौजूदा राष्ट्रपति का इस्तीफा ही काफी है। नशीद ने कहा कि हम भारत के लोगों और यहां की सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि मालदीव में जल्द चुनाव कराने के लिए मौजूदा प्रशासन पर दबाव बनाएं।

(एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 18, 2012, 21:41

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