Last Updated: Saturday, August 3, 2013, 19:09
नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के तौर पर नरेन्द्र मोदी का नाम घोषित करने से असहमति रखने वालों की जमात में शामिल होते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने आज कहा कि भारत में राष्ट्रपति प्रणाली वाला लोकतंत्र नहीं है, इसलिए इस पद के लिए किसी नाम का ऐलान नहीं होना चाहिए।
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री रह चुके सिंह ने कहा कि पार्टी की ओर से चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के लिए किसी के नाम का ऐलान करना ‘नई घटना’ है, जबकि नाम तो इस बात पर उभरेगा कि चुनाव के बाद मतदाता क्या संख्या देते हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत में जसवंत ने कहा, ‘मेरा व्यक्तिगत रूप से विचार है कि नाम घोषित करने का यह पूरा कोलाहल एक नई घटना है। आप नहीं जानते कि देश आपको क्या संख्या (कितनी सीटें) देने जा रहा है।’
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह ने गुरुवार को कहा था कि भाजपा के लिए अभी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना जल्दबाजी होगी और इस संबंध में उचित समय पर निर्णय किया जाएगा। जसवंत ने कहा, ‘हमारे यहां राष्ट्रपति प्रणाली नहीं है और संसदीय व्यवस्था इस बात पर निर्भर करती है कि चुनाव बाद किसके पास कितनी संख्या आती है।’ जसवंत सिंह का यह बयान पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह की इस टिप्पणी के दूसरे दिन आया है जिसमें मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा है, ‘प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की हमारी पसंद स्पष्ट है और अब ऐसा करने की कांग्रेस की बारी है।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 3, 2013, 19:09