जासूसी में अमेरिका का साथ दे रही सरकार : माकपा

जासूसी में अमेरिका का साथ दे रही सरकार : माकपा

नई दिल्ली : मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सरकार पर भारत में अमेरिका की इलेक्ट्रोनिक जासूसी गतिविधियों में उसका साथ देने का आज आरोप लगाया और ऐसे केंद्रों को तत्काल बंद करने की मांग की।

माकपा पोलित ब्यूरो ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘अमेरिकी व्हिसलब्लोवर (भंडाफोड़ करने वाला) एडवर्ड स्नोडेन द्वारा प्रदत दस्तावेजों के नवीनतम खुलासे से पता चलता है कि भारत सरकार देश में अमेरिका की इलेक्ट्रोनिक निगरानी में उसका साथ दे रही है।’ उसने कहा कि अमेरिका ने दुनियाभर में 150 स्थानों पर 700 सर्वर लगाए हैं जिनमें से एक सर्वर नयी दिल्ली के पास लगाया गया है, यह उसके एक्सकीस्कोर नामक अघोषित कार्यक्रम का हिस्सा है।

माकपा ने कहा, ‘कार्यक्रम का मतलब विशाल डाटाबेस, जिसमें ईमेल, चैट आदि शामिल है, को खंगालना और लाखों लोगों की हिस्ट्री छानबीन करना है।’ पार्टी ने कहा कि सरकार पहले ही आतंकवादी गतिविधि से निबटने के नाम पर इस जासूसी को सही ठहरा चुकी है। उसने कहा, ‘अब यह स्पष्ट है कि उचित ठहराने वाला यह बयान इसलिए दिया गया क्योंकि भारत सरकार स्वयं ही अमेरिका के वैश्विक जासूसी नेटवर्क में उसका साथ दे रही है। यह भारत की संप्रुभता को कमतर आंकना है। माकपा सरकार के इस कदम की निंदा करती है।’

माकपा ने कहा कि विदेश मंत्री ने पहले यहां तक कह दिया था कि यह जासूसी नहीं है बल्कि कॉल के पैटर्न का विश्लेषण मात्र है। उसने मांग की कि मनमोहन सिंह सरकार भारतीय नागरिकों की अमेरिका द्वारा की जाने वाली जासूसी में उसका साथ देना बंद करे और भारत में उसे प्रदान की गयी इलेक्ट्रोनिक निगरानी सुविधा बंद करे। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 2, 2013, 18:09

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