Last Updated: Saturday, October 20, 2012, 17:51
नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज दिल्ली की एक अदालत को बताया कि मुम्बई आतंकवादी हमले के प्रमुख षड्यंत्रकर्ता अबु जुंदाल को अब हिरासत में रखकर पूछताछ करने की जरूरत नहीं है।
एनआईए ने यह बात विशेष सीबीआई न्यायाधीश तलवंत सिंह से उस समय कही जब जुंदाल को उसकी एनआईए की हिरासत समाप्त होने पर अदालत में पेश किया गया। अदालत ने गत 8 अक्तूबर को जुंदाल को एनआईए की हिरासत में दिया था। अदालत ने एनआईए के इस अनुरोध को स्वीकार कर हुए जुंदाल को तीन नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया कि अब उसे हिरासत में रखकर पूछताछ की जरूरत नहीं है।
एनआईए ने इससे पहले लश्कर-ए-तैयबा के देश में आतंकवादी हमला करने की साजिश का पता चलने के बाद दर्ज प्राथमिकी के आधार पर जुंदाल की हिरासत की मांग की थी। निर्दिष्ट एनआईए अदालत ने जुंदाल के खिलाफ पेशी वारंट भी जारी किया था। जुंदाल ने इससे पहले अदालत के समक्ष दावा किया था कि इस वर्ष जून में गिरफ्तार किए जाने के बाद विभिन्न एजेंसियों की ओर से जांच के दौरान उसे शारीरिक और मानसिक रूप से ‘प्रताड़ित’ किया गया। जुंदाल ने कहा कि उसे जिन बातों की जानकारी थी उसने अन्य जांच एजेंसियों को पहले ही बता दी थीं।
जुंदाल को इससे पहले मुम्बई एटीएस को उस समय सौंपा गया था जब दिल्ली पुलिस ने यह कहा था कि जामा मस्जिद हमला मामले में अब उससे पूछताछ करने की आवश्यकता नहीं है। मुम्बई एटीएस को जंदल की वर्ष 2006 के औरंगाबाद हथियार बरामदगी मामला, मुम्बई आतंकवादी मामला, वर्ष 2010 जर्मन बेकरी विस्फोट मामला और नासिक अकादमी हमला मामले में जरूरत थी।
जुंदाल को मुम्बई एटीएस दिल्ली लेकर आयी जिसने उसे गत चार अक्तूबर को यहां एक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। दिल्ली पुलिस ने इससे पहले जुंदाल के खिलाफ एक आरोप पत्र दायर किया था जिसमें उस पर मुस्लिमों के खिलाफ विशेष रूप से वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान हुई ज्यादतियों का बदला लेने के लिए देशभर में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप लगाए गए थे।
दिल्ली पुलिस की विशेष इकाई की ओर से मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट विद्या प्रकाश की अदालत में पेश आरोप पत्र में कहा गया था कि जुंदाल ने खुलासा किया था कि उसने लश्कर-ए- तैयबा प्रमुख जकीउर रहमान उर्फ लखवी के साथ मिलकर पाकिस्तान के कराची के मलीर में गठित नियंत्रण कक्ष से मुम्बई आतंकवादी हमलों की निगरानी की थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 20, 2012, 17:51