Last Updated: Tuesday, February 19, 2013, 21:51

नई दिल्ली : भाजपा नेता अरूण जेटली का कॉल विवरण हासिल करने का प्रयास करने के मामले में गिरफ्तार तीन निजी जासूसों को आज दिल्ली की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विद्या प्रकाश ने दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ को नितिन, अनुराग, नीरज से 22 फरवरी तक पूछताछ करने की इजाजत दे दी। नितिन और अनुराग को पश्चिमोत्तर दिल्ली के मुकुंदपुर से आज गिरफ्तार किया गया जबकि नीरज को कल पकड़ा गया था।
दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल अरविंद डबास इस मामले में पहला आरोपी था जिसे गिरफ्तार किया गया था। आज की सुनवाई के दौरान पुलिस ने यह कहते हुए आरोपियों के पांच दिन की हिरासत मांगी कि उन्हें आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए ‘कूटबद्ध उपकरण’ का पता लगाना है जिसे आरोपियों ने पिछले दो से तीन महीने की अवधि में आंकड़ा जुटाने में इस्तेमाल किया।
इस बीच, अदालत ने जांच अधिकारी को प्राथमिकी की प्रति आरोपियों के वकील को सौंपने का निर्देश दिया और साफ किया कि इसकी सामग्री को लीक नहीं किया जाए। अदालत में सुनवाई के दौरान अरविंद डबास के वकील ने कहा कि प्राथमिकी की प्रति नहीं देकर उनके मुवक्किल के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है।
डबास के वकील नौशाद अहमद खान ने कहा, ‘‘अगर मुझे मेरे खिलाफ दर्ज प्राथमिकी की प्रति नहीं दी गई तो कैसे मैं मुझे उपलब्ध कानूनी उपचारों का इस्तेमाल करूंगा। यह मेरे मानवाधिकारों का उल्लंघन है।’’ डबास की पुलिस हिरासत की अवधि कल समाप्त हो रही है।
पुलिस ने बाद में मीडिया से कहा कि वे इस मामले की संभावित कॉरपोरेट पहलू से भी जांच कर रहे हैं। आरोपियों में से एक अनुराग को अमर सिंह फोन टैपिंग मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। वहीं दूसरा आरोपी नीरज संभावित दूल्हा और दुल्हनों की पृष्ठभूमि की जांच का काम करता था। उन्होंने बताया कि आधुनिक जासूसी उपकरण रखने वाला अनुराग मुवक्किल मिलने के बाद नितिन और नीरज की मदद लिया करता था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 19, 2013, 21:21