Last Updated: Saturday, September 28, 2013, 22:52
नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री पी. चिदंबरम को क्लीनचिट देने वाली रिपोर्ट पेश करने के लिये संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के चेयरमैन पी.सी. चाको को फटकार लगाई है।
सीपीआई ने कहा है कि दोनों ही ‘नैतिक और कानूनी’ तौर पर इस मामले में सरकारी खजाने को होने वाले भारी नुकसान के लिये जिम्मेदार हैं। जेपीसी रिपोर्ट को सचाई छुपाने वाली बताते हुये सीपीआई नेता गुरदास दासगुप्ता ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला होने देने के लिये मनमोहन सिंह और चिदंबरम दोनों को ही ‘नैतिक और कानूनी’ तौर पर जिम्मेदार ठहराया।
दासगुप्ता से प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग नहीं कर रहा हूं, क्योंकि वह पहले ही अपनी पार्टी के नेता राहुल गांधी की तरफ से फोड़े गये बम का सामना कर रहे हैं। उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी संतुष्ट करना है। इसलिए उनके लिये परिस्थितियां पहले ही काफी उठापटक वाली बनी हुई हैं।’
दासगुप्ता ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘रिपोर्ट ने छुपाने का काम किया है। एक धोखा किया गया है, तथ्यों को छुपाया गया है, रिपोर्ट उनके (प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री) पक्ष में है। संसद के अधिकारों का हनन हुआ है।’ इस दौरान कम्युनिस्ट पार्टी के वयोवृद्ध नेता ए.बी. वर्धन भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा, ‘न केवल पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा कटघरे में हैं बल्कि खुद जेपीसी कटघरे में है।’ सीपीआई नेता ने कहा कि वह इस मुद्दे को लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के समक्ष उठाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 28, 2013, 22:52