Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 03:51
वाराणसी/ तिरचिरापल्ली : बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर सोमवार दोपहर बाद बड़ा विमान हादसा टल गया। हवाई अड्डा के निदेशक एसके मलिक ने डीजीसीए को घटना की जानकारी देने के साथ ही मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
हवाई अड्डा के सूत्रों ने बताया कि अपराह्न 3:45 बजे जेट एयरवेज का विमान वाराणसी से मुंबई की उड़ान भरने के लिए एप्रन से रनवे पर आ चुका था। विमान में 145 लोग सवार थे। उसी समय 200 यात्रियों को लेकर स्पाइस जेट की मुंबई-वाराणसी (वाया दिल्ली) उड़ान उतरने वाली थी।
तभी स्पाइस जेट विमान के पायलट की नजर रनवे पर पहुंचे दूसरे विमान पर पड़ गई। मलिक ने इस घटना के लिए जेट एयरवेज के पायलट को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पायलट ने निर्धारित समय से दस मिनट पहले ही विमान को एप्रन से रनवे पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की डीजीसीए को जानकारी दे दी गई है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उनहोंने कहा कि दोनों पायलटों की सूझबूझ से कुल 345 यात्रियों की जान बच गई।
वहीं तिरचिरापल्ली (तमिलनाडु) में भी जेट एयरवेज और एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमानों के बीच एक हवाई हादसा टल गया। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) के एक कर्मी ने दोनों विमानों के पायलटों को सूचित कर इनके बीच की संभावित टक्कर को टाल दिया।
हवाई अड्डे के सूत्रों ने बताया कि एटीसी कर्मी ने देखा कि एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान ठीक उसी समय उतर रहा था जब जेट एयरवेज का विमान उड़ान भरने वाला था। घटना दोपहर ढाई बजे की है। एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान में कुल 170 यात्री सवार थे। इसके बाद एटीसी कर्मी ने जेट एयरवेज के पायलट से कहा कि वह उड़ान नहीं भरे और दोनों विमानों के बीच संभावित टक्कर टल गई।
आधिकारिक सूत्रों ने दिल्ली में बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 10:07