Last Updated: Monday, March 12, 2012, 07:45
नई दिल्ली : कंबोडिया के विश्वप्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर की भारत में बनने जा रही प्रतिकृति को अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने दुनिया की पांच सबसे आश्चर्यजनक प्रतिकृतियों की सूची में पहला स्थान दिया है ।
टाइम ने भारत के इस अंकोरवाट मंदिर के बारे में लिखा, ‘यूनेस्को के विश्व धरोहरों में शुमार कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर की एक प्रतिकृति का निर्माण शीघ्र ही भारत के बिहार राज्य में पवित्र गंगा नदी के किनारे होने जा रहा है।’
टाइम ने गार्जियन समाचार पत्र के हवाले से कहा, ‘एक भारतीय मंदिर ट्रस्ट 12वीं सदी के इस मंदिर के तर्ज पर करीब 40 एकड़ भूमि पर भारत का अंकोरवाट मंदिर बनायेगा । इसके निर्माण पर उसने अगले 10 साल में दो करोड़ डालर, लगभग 100 करोड़ रपये खर्च करने की योजना बनाई है।’ पत्रिका ने कहा कि 222 फीट की यह प्रतिकृति दुनिया में सबसे उंचा हिंदू मंदिर हो सकता है। भारत के अंकोरवाट मंदिर का नाम ‘विराट अंकोरवाट राम मंदिर’ होगा । इसे विष्णु की बजाय राम को समर्पित किया जायेगा । ऐसी किंवदंती है कि राम इस जगह पर आये थे।
इस पूरी परियोजना को देख रहे किशोर कुनाल ने गार्डियन अखबार को बताया कि जो लोग कंबोडिया में जाकर अंकोरवाट मंदिर को नहीं देख पाते हैं, वे यहीं पर असली मंदिर की भव्यता और वैभव को देख सकेंगे।
इस सूची में दूसरे नंबर पर अस्ट्रेलियाई उद्यमी रोस स्मिथ द्वारा दक्षिणपूर्व आस्ट्रेलिया के पर्थ शहर में समुद्री तट पर 2500 टन पत्थरों के जरिये बनाई जा रही स्टोनहेंग की प्रतिकृति ‘स्टोनहेंग डाउन अंडर’ है । रहस्यमय पत्थरों की बनावट वाला स्टोनहेंग मूल रूप से ब्रिटेन में स्थित है और इसका निर्माण 3000 से 1600 ईसा पूर्व के बीच हुआ था । टाइम ने तीसरे स्थान इटली पर ‘पीसा की झुकी मिनार’ की तर्ज पर अमेरिका के शिकागो शहर के नील कस्बे में बनाई जा रही प्रतिकृति को रखा है जिसका नाम ‘नील की झुकी मीनार’ रखा गया है । ‘नील की झुकी मीनार’ उंचाई के मामले में ‘पीसा की झुकी मीनार’ की आधी ही होगी।
भारत के आगरा शहर में बने विश्वप्रसिद्ध ताजमहल की तर्ज पर बांग्लादेश में बन रहे ‘ताजमहल’ को सूची में चौथा स्थान मिला है । रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के फिल्मकार अहसानुल्लाह मोनी 17वीं सदी में बनी इस आश्चर्यजनक इमारत की प्रतिकृति बनाने के लिये पांच करोड़ 80 लाख डालर खर्च कर रहे हैं।
टाइम के मुताबिक मोनी ने बांग्लादेश के ताजमहल को असली की तरह ही आकषर्क बनाने के लिये वास्तुकारों को भारत भेजा और बेल्जियम से हीरे मंगवाये हैं । गौतरतलब है कि आगरा के ताजमहल को बनाने में लगभग 20 साल लगे और 20 हजार मजदूरों ने दिनरात काम किया।
विश्व के आश्चर्यजनक प्रतिकृतियों की इस सूची में चीन की ‘वन स्टॉप वंडर शॉप’ पांचवें पायदान पर है । चीन के दक्षिणी प्रांत गुआंगडांग के शेनझेन में 118 एकड़ में बनाये गये वर्ल्ड थीम पार्क में पर्यटक दुनियाभर की नामचीन जगहों के दर्शन कर सकते हैं और विश्वप्रसिद्ध नियाग्रा फाल्स, मिस्र के पिरामिड और 354 फुट उंचे एफिल टावर की प्रतिकृति खरीद सकते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Monday, March 12, 2012, 20:59