Last Updated: Tuesday, March 27, 2012, 08:48

नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन चला रहे गांधीवादी अन्ना हजारे और उनकी टीम के सदस्यों के खिलाफ लोकसभा निंदा प्रस्ताव पर विचार करने के अलावा उनसे संसद सदस्यों के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने से बचने को कह सकता है।
यदि निंदा प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है और उसे सदन बहुमत से पारित कर देता है तो इसका मतलब होगा कि टीम अन्ना के सदस्यों की आलोचना की जाएगी, लेकिन इसमें विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव की तरह उन्हें सदन में बुलाया नहीं जाएगा। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संयोजक शरद यादव ने पहले से ही लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को नोटिस दिया है। इस पर मंगलवार शाम लोकसभा में चर्चा होगी।
इस मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष के सदस्यों में एक राय दिख रही है और अगर प्रस्ताव पेश किया जाता है तो यह एक दुलर्भ मौका होगा जब दोनों पक्ष किसी प्रस्ताव के पक्ष में वोट डालेंगे। यादव के नोटिस के बारे में एक सूत्र ने कहा कि इसमें सांसदों के खिलाफ असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के लिए टीम अन्ना के सदस्यों की निंदा की जाएगी। नोटिस पर संक्षिप्त चर्चा के बाद करीब शाम पांच वोटिंग हो सकता है। सोमवार को कई सांसदों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठते हुए अन्ना हजारे के साथियों द्वारा सांसदों के लिए खिलाफ इस्तेमाल असंसदीय भाषा के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग की थी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 27, 2012, 20:42