Last Updated: Saturday, August 11, 2012, 21:14

नई दिल्ली : टीम अन्ना की एक पूर्व सदस्य सुनीता गोदरा द्वारा यह कहे जाने से नयी हलचल पैदा हो गई है कि अन्ना हजारे इस भ्रष्टाचार निरोधी आंदोलन को राजनीतिक बनाये जाने के खिलाफ थे। टीम अन्ना की कोर कमेटी में शामिल रही सुनीता ने दावा किया कि हजारे ने किसी पर दबाव नहीं डाला था लेकिन कहा था कि वे अपना रास्ता चुनने के लिये स्वतंत्र हैं।
सुनीता ने कहा, उन्होंने (हजारे) हमसे कहा था कि हम अभी भी राजनीतिक बिरादरी में शामिल होने के लिये तैयार नहीं है। उन्होंने हमसे कहा कि यदि आप समझते हैं कि यह नया विकल्प भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के लिये बेहतर है और आप समझते हैं कि इस नये विकल्प के जरिये, आप लड़ाई जीत लेंगे तो आप उसे चुनने के लिये स्वतंत्र हैं।
इस आंदोलन से जुड़े रहे न्यायमूर्ति हेगड़े ने कहा कि वह इस बात से सहमत है कि हजारे की राजनीति में नहीं जाने की इच्छा सही थी । उन्होंने कहा, मैं नहीं समझता हूं कि टीम अन्ना सफलतापूर्वक एक पार्टी बना लेगी और सभी निर्वाचन क्षेत्रों के लिये उम्मीदवार तलाश लेगी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 11, 2012, 21:14