Last Updated: Tuesday, May 29, 2012, 20:39

नई दिल्ली : टीम अन्ना में एक बार फिर मतभेद सामने आए हैं और इसके सदस्य न्यायमूर्ति संतोष हेगड़े ने अपने अन्य सहयोगियों द्वारा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा अन्य मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों से खुद को अलग कर लिया है।
हेगड़े ने बेंगलूरु में कहा कि वह सिंह, प्रणब मुखर्जी, एसएम कृष्णा और अन्य मंत्रियों पर निशाना साधने के फैसले में शामिल नहीं हैं। उधर, अन्नान हजारे ने भी सिंह को आड़े हाथों लेने के अपनी टीम के कदम से बेरुखी जताते हुए प्रधानमंत्री को ईमानदार व्यक्ति कहा है। लेकिन प्रधानमंत्री को भ्रष्ट मंत्रियों की सूची में शामिल करने वाली टीम अन्ना ने आज कहा कि अन्ना को प्रधानमंत्री से जुड़े पूरे मामले की जानकारी नहीं है और वे उन्हें इस बारे में बताएंगे।
हेगड़े ने कहा कि मैं निर्णय लेने की प्रक्रिया में शामिल नहीं हूं। यदि मैं किसी फैसले से सहमत नहीं हूं और अपने विचार व्यक्त नहीं करता तो मुझे फैसले में शामिल मान लिया जाता है। उन्होंने कहा कि यदि मुझे तथ्यों की जानकारी हो और मंत्रियों के शामिल होने संबंधी दलीलें मुझे मंजूर हों तो मैं उनके पास जाउंगा। लेकिन क्योंकि मुझे पता नहीं है इसलिए मैं इसमें शामिल होने के लिए बाध्य नहीं हूं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह टीम अन्ना का साथ नहीं छोड़ रहे।
हेगड़े ने कहा कि यदि वे मुझे बाहर देखना चाहते हैं तो अलग मामला है। इससे पहले पूर्व न्यायाधीश हिसार उपचुनाव में टीम अन्ना के कांग्रेस विरोधी प्रचार के तरीके का भी विरोध कर चुके हैं।
उधर, टीम अन्ना के बयान पर सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा कि अधिकतर दस्तावेज अंग्रेजी में हैं और हजारे उन्हें पढ़ नहीं सके। भूषण ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इन दस्तावेजों का हिंदी में अनुवाद कराया जाएगा ताकि वह इसे पढ़ सकें। इन सभी दस्तावेजों का इतनी जल्दी अनुवाद संभव नहीं है। उन्हें मोटा मोटा पता है कि किस मंत्री के खिलाफ क्या आरोप हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि प्रधानमंत्री को लेकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी नहीं है। लेकिन उन्हें हम पर पूरा भरोसा है कि हम सही काम कर रहे हैं। अन्नाे हजारे से जब उनकी टीम द्वारा केंद्र के 14 मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री को भ्रष्ट करार दिये जाने के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि वह कागजात पढ़ नहीं पाए हैं और वह जब जून के पहले हफ्ते में दिल्ली जाएंगे तो टीम से इस बारे में बातचीत करेंगे।
टीम अन्ना के एक और प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्नाी हजारे को सभी मुद्दों की जानकारी है और यदि वह सिंह से जुड़े दस्तावेज देखना चाहते हैं तो वे उन्हें दिल्ली आने पर दिखाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि जब वह 25 मार्च को विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली आए थे तो उन्हें प्रत्येक मंत्री के खिलाफ आरोपों के बारे में बताया गया था। हमने अन्ना के निर्देश पर आरोपों के संबंध में मंत्रियों को पत्र लिखे थे।
उन्होंने कहा कि आज भी हजारे से बातचीत हुई है और विदेश मंत्री एस एम कृष्णा के खिलाफ लगाये जाने वाले ताजा आरोपों पर उन्हें जानकारी दी गई है। कृष्णा द्वारा टीम अन्ना को लिखे पत्र के बारे में पूछे जाने पर भूषण ने कहा कि मंत्री की इस दलील से किसी भी तरह से मामले में स्वतंत्र जांच की जरूरत कम नहीं हो जाती कि उच्चतम न्यायालय ने कर्नाटक में वन्य भूमि को गैर अधिसूचित करने के मामले में जांच पर रोक लगा दी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 29, 2012, 20:39