टैम रेटिंग पर CCI की शरण में प्रसार भारती

टैम रेटिंग पर CCI की शरण में प्रसार भारती

कोलकाता : सार्वजनिक क्षेत्र के प्रसारक प्रसार भारती ने टेलीविजन आडिएंस मेजरमेंट (टैम) एजेंसी पर अपनी प्रभावी स्थिति का दुरुपयोग करने और निष्पक्ष तरीके से दर्शकों का आंकलन नहीं करने का आरोप लगाते हुए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) का दरवाजा खटखटाया है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘शुक्रवार (16 नवंबर) को हमें प्रसार भारती से यह सूचना मिली जिसमें टैम पर गैर प्रतिस्पर्धी ढंग से काम करने का आरोप लगाया गया है। हम इस पर विचार करेंगे और अगर प्रथम दृष्टया कोई मामला बनता है तब हम महानिदेशक (जांच) से इन आरोपों की जांच करने को कहेंगे।’ इस बारे में सम्पर्क करने पर प्रसार भारती के सीईओ जवाहर सरकार ने इस सूचना की पुष्टि की लेकिन इसका ब्यौरा नहीं दिया।

प्रसार भारती के सूत्रों ने बताया कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के समक्ष दायर की गई शिकायत में यह आरोप लगाया गया है कि टैम दर्शकों का आकलन करने के प्रावधानों को सीमित कर रहा है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि देश में दो करोड़ टेलीविजन परिवार है, वहीं टैम ने केवल 8,000 घरों में मीटर लगाया है, वह भी ऐसे शहरों में जहां आबादी एक लाख से अधिक है। प्रसार भारती ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि टैम ने ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों को पूरी तरह से बाहर रखा।

सूत्रों ने कहा, ‘वे प्रौद्योगिकी संबंधी विकास का उपयोग नहीं करके बाजार को सीमित कर रहे हैं और अपनी प्रभावी स्थिति का दुरूपयोग कर रहे हैं।’ टैम से सम्पर्क नहीं किया जा सका है। सूत्रों ने कहा कि शिकायत प्रतिस्पर्धा अधिनियत 2002 की धारा 4 के तहत दर्ज करायी गई है। टैम के खिलाफ सीसीआई के समक्ष जाने का निर्णय इस वर्ष सितंबर में प्रसार भारती के बोर्ड की बैठक में लिया गया। सूत्रों ने बताया कि बोर्ड ने इस विषय कर गंभीरता को महसूस किया। (एजेंसी)

First Published: Sunday, November 18, 2012, 15:56

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