Last Updated: Friday, August 24, 2012, 19:43

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिलते जुलते छह फर्जी ट्विटर एकाउंट को हटा दिया गया है । भारत ने इस संबंध में अपनी शिकायत में इन अकाउंटों में आपत्तिजनक सामग्री होने की बात कही थी जिसके बाद इन्हें हटा दिया गया है।
पीएमओ को भेजे एक संदेश में ट्विटर ने कहा है कि उसने ‘समानता संबंधी हमारी सेवा शर्तों का उल्लंघन करने के कारण संबंधित प्रोफाइलों को सकरुलेशन से हटा दिया है।’ पीएमओ द्वारा सभी छह अकाउंटों के संबंध में की गई शिकायत के जवाब में ट्विटर ने यह संदेश भेजा है । इन फर्जी पीएमओ अकाउंटों में ‘सांप्रदायिक ध्वनि’ देने वाले विषय शामिल थे और इनसे पीएमओ के आधिकारिक एकाउंट होने की गलतफहमी पैदा होने की आशंका थी।
पीएमओ के प्रवक्ता ने बताया कि हमने ट्विटर से उन छह लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अपील की थी जो प्रधानमंत्री कार्यालय का आभास दे रहे हैं। जब उन्होंने काफी लंबे समय तक कोई जवाब नहीं दिया तो हमने साइबर सिक्योरिटी सेल से कार्रवाई करने की अपील की। पीएमओ ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साइबर सिक्योरिटी सेल को इन अकाउंटों को ब्लाक करने को कहा था।
इसके बाद ट्विटर ने सरकार के साथ सहयोग का वादा किया और ‘गैरकानूनी सामग्री’ का पता लगाया। सूत्रों ने बताया, ट्विटर ने पीएमओ को सूचित किया था कि वह पूर्व में इसलिए कार्रवाई नहीं कर सका क्योंकि सरकार ने उचित इलेक्ट्रोनिक प्रक्रिया के तहत सूचित नहीं किया था और इसीलिए अपील का पता नहीं चल सका।
ट्विटर ने कहा है कि वह अब ‘सक्रियता से अपील की समीक्षा’ कर रहा है तथा संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अतिरिक्त जानकारी मांगी जाएगी ताकि ‘गैरकानूनी सामग्री और गैर कानूनी ट्विट का पता लगाया जा सके।’ ट्विटर ने पीएमओ को भेजे अपने संदेश में कहा है कि भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम भविष्य में इस प्रकार के मामलों में स्पष्ट संवाद करना चाहेंगे। इसके साथ ही इसमें कहा गया है कि ट्विटर को इस मामले में उचित विभागों के संपर्क में रखा जाना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 24, 2012, 19:43