Last Updated: Thursday, November 1, 2012, 00:03

चेन्नई/हैदराबाद : आखिरकार चक्रवाती तूफान नीलम लम्बे समय तक बंगाल की खाड़ी के ऊपर ठहरने के बाद बुधवार शाम को मामल्लपुरम एवं कलपक्कम के मध्य तमिलनाडु के तट से टकरा गया। तमिलनाडु में चक्रवात के प्रभाव से बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा कोई विशेष क्षति नहीं हुई। चक्रवात के प्रभाव के कारण तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया, `नीलम ने शाम 4.45 बजे तट को पार किया। इसे पूरी तरह पार करने में एक या दो घंटा लगा।`
अधिकारी के अनुसार इस दौरान हवा की गति 65 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास थी जिसके बढ़कर 100 से 110 किमी प्रति घंटे तक होने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश के एक मंत्री ने बताया कि किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे तक चार सेमी तक बारिश होने की उम्मीद है। इससे पहले तेज तूफानी हवाओं के कारण प्रतिभा कावेरी नामक जहाज को वापस तट की तरफ आना पड़ा। राज्य सरकार के अनुसार मामल्लपुरम में 3900 लोगों को 19 राहत शिविरों में रखा गया है।
इससे पहले मौसम विभाग ने चक्रवात के बुधवार शाम तक तमिलनाडु व आंध्र प्रदेश के तटों से होकर गुजरने की सम्भावना व्यक्त की थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के उप महानिदेशक वाई.ई.ए. राज ने बताया कि नीलम में कुछ भी खास नहीं है। उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में तीन या चार चक्रवात उठते हैं जो म्यांमार, पश्चिम बंगाल या बांग्लादेश की ओर चले जाते हैं।
बीते दिसम्बर में आए ठाणे चक्रवात में कुड्डालोर व पुड्डीचेरी में करीब 46 लोग मारे गए थे। राज ने बताया कि नीलम ठाणे जितना खतरनाक नहीं है। आईएमडी से जारी मौसम बुलेटिन के मुताबिक अगले 36 घंटों तक उत्तरी तमिलनाडु, पुड्डुचेरी व दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों पर स्थितियां खतरनाक रहेंगी। इससे तमिलनाडु में चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर व आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है। चक्रवात से फसलों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
तमिलनाडु सरकार ने तटीय जिलों में स्कूल, कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है जबकि चेन्नई बंदरगाह पर सेवाएं रोक दी गई हैं। आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में तूफान `नीलम` के कारण भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणी आंध्र प्रदेश के नेल्लोर एवं प्रकासम जिलों और रायलसीमा के चित्तूर जिले के कई इलाकों में मंगलवार रात से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है।
नेल्लोर, प्रकाशम, गुंटूर और कृष्णा आदि तटीय जिलों में चेतावनी जारी कर दी गई है। समुद्र का पानी तट से 100 मीटर दूर बसे गांवों में भी पहुंच गया है। शिक्षा विभाग ने चित्तूर एवं नेल्लोर जिलों में शिक्षण संस्थाओं को बंद करने का आदेश दिया है। चित्तूर जिले में तिरुपति सहित अन्य स्थानों की सड़कें पानी में डूब गई हैं। मछलीपट्टनम, कृष्णापट्टनम, निजामापट्टनम एवं वडारेवू बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत दे दिए गए हैं।
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है और तूफान को तट से टकराने की सम्भावना को देखते हुए तटीय इलाकों में बसे लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है। विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान उत्तरी तमिलनाडु, दक्षिणी आंध्र प्रदेश एवं पुड्डुचेरी के तटीय इलाकों में 90 से 100 किमी प्रति घंटे या इससे भी अधिक रफ्तार से हवाएं चलेंगी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 31, 2012, 23:17