Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 19:46

नई दिल्ली : केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने उत्तराखंड की भयावह त्रासदी के समय गुजरात के मुख्यमंत्री के नरेंद्र मोदी की ओर से 15 हजार लोगों को बचाए जाने की खबरों को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा है कि संकट की इस घड़ी में ‘आपदा पर्यटन’ (डिजास्टर टूरिज्म) पर गए लोग सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस आपदा को राजनीतिक रंग दे रहे हैं।
तिवारी ने रविवार को यहां उर्दू अखबार ‘जदीद मरकज’ की ओर से आयोजित उर्दू अखबारों के संपादकों के सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘कल पूरे दिन केंद्र और राज्य सरकार की सभी एजेंसियों ने मिलकर 10 हजार लोगों को बचाया। अब ऐसे में एक व्यक्ति या कुछ शक्तियां आपदा पर्यटन (डिजास्टर टूरिज्म) पर जाएं और दावा करें कि हम ही रैम्बों हैं तथा हमने 15 हजार लोगों को बचा लिया, तो मेरा यह कहना है कि इस तरह की सस्ती लोकप्रियता से बचना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब भारत का एक हिस्सा प्राकृतिक आपदा की चपेट में है, तो कुछ लोग इसे विशुद्ध रूप से राजनीतिक रंग दे रहे हैं।’ तिवारी ने कहा, ‘अगर कोई लोगों के समक्ष इस तरह की मिथ्या बात करता है तो मैं इसे देश की जनता पर छोड़ देता हूं कि वे इन बयानों और उनकी उपलब्धियों की वास्तविकता के बारे में फैसला करें।’
मीडिया में आई खबरों के अनुसार मोदी और उनके लोगों ने उत्तराखंड की भयावह आपदा में फंसे 15 हजार लोगों को सुरक्षित बचाया है।
भारत निर्माण प्रचार अभियान पर मोदी की ओर से निशाना साधा जाने पर पलटवार करते हुए तिवारी ने कहा, ‘भारत निर्माण अभियान निश्चित तौर पर कुछ जगह चोट करता है। यह चोट खुद उभरकर सामने आती है जब गुजरात के मुख्यमंत्री बोलते हैं। उन्होंने भारत निर्माण का एक चरण देखा है और आगे दूसरे चरण भी आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें अपने को तैयार रखना चाहिए क्योंकि वे भारत निर्माण के दर्पण में सच्चाई का सामना करने से डरे हुए हैं।’
कार्यक्रम में शामिल कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने मोदी के उत्तराखंड दौरे को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सेना के जवान, उत्तराखंड पुलिस जवान और दूसरे लोग राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं। वहां हमारे हजारों तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। ऐसे समय में हमारे जवानों को काम करने का मौका दें। मेरा कहना है कि इस त्रासदी और लोगों की लाशों पर राजनीति बंद होनी चाहिए।’
तिवारी ने पठानकोट में मोदी की सभा को लेकर निशाना साधते हुए कहा, ‘साल 2009 में राजग की मेरे संसदीय क्षेत्र लुधियाना में रैली हुई थी। उसके बाद लुधियाना की जनता ने इन्हें ठुकरा दिया। इस बार ये पठानकोट जा रहे हैं। मेरा कहना है कि इनके पतन की शुरूआत पठानकोट से होगी।’ इससे पहले उर्दू अखबारों के संपादकों के सम्मेलन में संबोधन के दौरान भी तिवारी ने मोदी का नाम लिए बगैर उन पर कटाक्ष किया।
सूचना प्रसारण मंत्री तिवारी ने कहा, ‘एक ऐसा व्यक्ति है जो देश में सांप्रदायिक राजनीति को आगे बढ़ा रहा है। खुद से अपनी पीठ थपथपा रहा है। सत्ता के लालच की वजह से ऐसा हो रहा है। देश में सांप्रदायिक शक्तियों से सभी को लड़ने की जरूरत है।’
उन्होंने राजग से जदयू के अलग होने का हवाला देते हुए कहा, ‘बिहार के घटनाक्रम से साफ हो गया है कि देश में सांप्रदायिक और धर्मनिरपेक्ष दो धाराएं चल रही हैं। सांप्रदायिकता की वजह से ही 17 साल पुराना गठबंधन टूटा। मैं धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दलों से अपील करता हूं कि भारत के भविष्य के बारे में सोचने की जरूरत है।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 19:46