Last Updated: Monday, April 29, 2013, 12:55

अगरतला : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव प्रकाश करात का कहना है कि केंद्र में तीसरा मोर्चा बनाना आसान नहीं है, क्योंकि विभिन्न राजनीतिक पार्टियां इसे लेकर तेजी से अपना रुख बदल लेती हैं। माकपा की राज्य इकाई की रविवार रात यहां हुई बैठक में करात ने कहा कि तीसरे मोर्चे का गठन आसान काम नहीं है और न ही इसे जल्दबाजी में बनाया जा सकता है। तीसरा वैकल्पिक मोर्चा बनाने के लिए माकपा तथा वाम दलों की ताकत व राजनीतिक आधार को निश्चित तौर पर मजबूत बनाना होगा।
उन्होंने कहा कि तीसरा वैकल्पिक मोर्चा साझा नीतियों एवं कार्यक्रमों के आधार पर बनाया जा सकता है। इसके लिए राजनीति में गुणवत्तापूर्ण परिवर्तन आवश्यक है। कुछ राजनीतिक दल अपना रुख अक्सर बदल लेते हैं। माकपा नेता ने कहा कि अगले आम चुनाव में कांग्रेस की हार होगी, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी बहुत लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में वामपंथी दलों को मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), समाजवादी पार्टी (सपा), बीजू जनता दल (बीजद), जनता दल (युनाइटेड) की ताकत संयुक्त रूप से कांग्रेस तथा भाजपा से अधिक है। लेकिन इन दलों का राजनीतिक चरित्र बेहद अवसरवादी है। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 29, 2013, 12:55