Last Updated: Tuesday, January 8, 2013, 20:20

लखनऊ : केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने लोगों की आकांक्षाओं में तेजी से हुए बदलाव के कारण देश और जनतंत्र के सामने गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हो गयी है, जिनसे निपटने में सबका सहयोग जरुरी है।
सिब्बल ने उत्तर प्रदेश विधानमंडल के उत्तरशती रजत जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आजादी मिलने के बाद 65 वषरे में बहुत कुछ काम हुआ है, लेकन अभी बहुत काम बाकी है।’’ उन्होंने कहा कि लोगों की आकांक्षाओं और जनतंत्र में तेजी से हो रहे बदलाव से देश के सामने गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं और उनसे सबको मिलकर निपटना है।
उत्तर प्रदेश विधानमंडल को ‘संगम’ कहकर संबोधित करते हुए सिब्बल ने कहा कि इसने राष्ट्रीय राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री, पंडित गोविन्द बल्लभ पंत, रफी अहमद किदवई और चौधरी चरण सिंह जैसे दिग्गज भेजे है और भरोसा जताया कि देश के सामने उपस्थित मौजूदा चुनौतियों के हल की शुरुआत भी यही से होगी।
सिब्बल ने संसद और विधानसभाओं में अनेक मौकों पर सत्ता और प्रतिपक्ष के बीच होने वाले टकराव की ओर इशारा करते हुए कहा कि आज जो इधर है, कल उधर होगा। मगर ध्यान देने की जरुरत यह है कि हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए अपना काम करते रहना है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘इनके पहले के राष्ट्रपति प्राय: विद्वान हुआ करते थे। मगर आप विद्वान भी हैं और आपके पास लंबा राजनीतिक अनुभव भी है।’’ केंद्रीय मंत्री और संसद सदस्य के रुप में राष्ट्रपति मुखर्जी के योगदान की प्रशंसा करते हुए सपा मुखिया ने कहा, ‘‘हमें पूरा भरोसा है कि आपके संरक्षण में संविधान की गरिमा सुरक्षित रहेगी।’’ मुलायम ने बेरोजगारी, गरीबी और पक्षपात को देश के सामने एक गंभीर चुनौती बताते हुए भरोसा जताया कि राष्ट्रपति मुखर्जी का अनुभव तथा क्षमता इन चुनौतियों से निपटने में देश के काम आयेगी।
उन्होंने देश की सीमाओं की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जताते हुए भरोसा जताया कि राष्ट्रपति मुखर्जी इस विषय पर सभी दलों के नेताओं एवं सेना प्रमुखों से सलाह मशविरा करके समस्या का हल निकालेंगे।
सपा मुखिया ने राष्ट्रपति से किसानों के हितों को प्राथमिकता देने के लिए केंद्र सरकार पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आग्रह किया और साथ ही उत्तर प्रदेश के विकास के लिए विशेष सहायता की आवश्यकता जतायी।
उत्तर प्रदेश के विकास के लिए विशेष केंद्रीय सहायता की जरुरत बताते हुए मुलायम ने कहा, ‘‘देश तभी महान बनेगा जब उत्तर प्रदेश खुशहाल होगा।’’ विधानमंडल की उत्तरशती जयंती समारोह के तीसरे दिन आज का अवसर इस मामले में भी ऐतिहासिक था कि पहली बार किसी राष्ट्रपति ने विधान भवन मंडप में राज्य विधान मंडल के दोनों सदनों के सदस्यों को एक साथ संबोधित किया।
समारोह में दोनों सदनों के विधायकों के अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, बिहार और हरियाणा विधान सभाओं के अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, राजनाथ सिंह, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन, प्रो. रामगोपाल यादव एवं लखनउ के सांसद लालजी टंडन भी उपस्थित थे।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी. एल. जोशी, विधान परिषद के सभापति गणेश शंकर पांडेय, विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी समारोह को संबोधित किया।
संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने समारोह का संचालन किया, जबकि समारोह के संयोजक एवं प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री अंबिका चौधरी ने समारोह में आने के लिए राष्ट्रपति मुखर्जी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया और अपने संबोधन की आखिरी दो लाइने बांग्ला में कहीं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 8, 2013, 20:20