Last Updated: Tuesday, April 24, 2012, 04:15
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन लोकसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही पृथक तेलंगाना राज्य की मांग की भेंट चढ़ गई। इस मुद्दे पर आंध्रप्रदेश के कांग्रेस सदस्यों के भारी शोर शराबे के कारण सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो फिर से तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सदस्य अग्रिम पंक्तियों में आकर पृथक तेलंगाना की मांग को लेकर नारे लगाने लगे। हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने लगभग 20 मिनट बाद सदन की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
मंगलवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर आंध्रप्रदेश के कांग्रेस सदस्य अग्रिम पंक्तियों में आकर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के पक्ष में नारेबाजी करने लगे। सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिसपर केंद्र सरकार से दो वर्ष पुराना वायदा पूरा करने की मांग की गई थी। सदस्य ‘लोकतंत्र को बचाइए, तेलंगाना बनाइए’ का नारा लगा रहे थे। अध्यक्ष ने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस सदस्यों को अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने को कहा लेकिन सदस्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने सदस्यों को समझाने का प्रयास किया लेकिन नारेबाजी जारी रही। मीरा कुमार ने हंगामा थमता नहीं देख सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।
12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सदस्य अग्रिम पंक्तियों में आकर पृथक तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर नारे लगाने लगे। अध्यक्ष द्वारा अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण तथा राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस का उल्लेख किए जाने पर ये सदस्य कुछ देर के लिए शांत हो गए। लेकिन ये उल्लेख पूरा होने के फौरन बाद वे फिर से अग्रिम पंक्तियों में आकर नारेबाजी करने लगे। भारी शोर-शराबे और नारेबाजी के बीच अध्यक्ष ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और उसके बाद शून्यकाल के दौरान कुछ सदस्यों को उनके मुद्दे उठाने का मौका भी दिया। भारी नारेबाजी के बीच ही सदस्यों ने अपने मामले उठाए लेकिन शोर शराबे के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा सकी। हंगामा थमते नहीं देख अध्यक्ष ने लगभग 20 मिनट बाद सदन की कार्यवाही दोपहर बाद दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदस्यों को फिनलैण्ड के संसदीय शिष्टमंडल के विशेष दीर्घा में मौजूदगी की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने सदन को दो पूर्व सदस्यों (दिनेश प्रताप सिंह और एनकेपी साल्वे) के निधन की जानकारी दी। सदस्यों ने कुछ पल मौन रहकर दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि दी। भाजपा, वामदल, अकाली दल, शिवेसना समेत कई अन्य दलों के सदस्य संसद में आंध्रप्रदेश के कांग्रेस सदस्यों के हंगामे का विरोध करते दिखे और प्रश्नकाल चलने देने की मांग करते रहे।
आंध्रप्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सदस्यों ने बाद में संसद भवन परिसर के मुख्य द्वार पर धरना दिया और पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की मांग की। सदस्यों का कहना था कि तेलंगाना लोगों की मांग है जबकि एकीकृत आंध्रप्रदेश नेताओं की पसंद।
First Published: Tuesday, April 24, 2012, 15:24