Last Updated: Tuesday, April 24, 2012, 09:16
नई दिल्ली : अलग तेलंगाना राज्य के गठन की मांग को लेकर लोकसभा में आज नारेबाजी कर रहे आंध्र प्रदेश के इस क्षेत्र के आठ कांग्रेसी सदस्यों को सदन की कार्यवाही से चार दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। निलंबित सदस्यों में पोन्नम प्रभाकर, मधुगौड़ याक्षी, एम. जगन्नाथ, सुकेंद्र रेड्डी गुथा, केआरजी रेड्डी, राजैया सिरिसिल्ला, पोरिका बलराम नाइक और गद्दम विवेकानंद के नाम शामिल हैं।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन आज पूर्वाह्न 11 बजे जब लोकसभा की बैठक शुरू हुई, तेलंगाना के उक्त कांग्रेस सांसद अलग राज्य की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे। इसके बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू होने पर भी तेलंगाना के सांसदों का हंगामा जारी और कार्यवाही दूसरी बार दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोपहर दो बजे सदन की बैठक फिर से शुरू होते ही आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेस सदस्य पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए अग्रिम पंक्ति में आ गए। पीठासीन सभापति फ्रांसिस्को सरदिन्हा ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए कहा, ‘मैं आपको चेतावनी देता हूं, वरना आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ’ इसके बावजूद सदस्यों की नारेबाजी बदस्तूर जारी रही।
इस बीच संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के आठ सदस्यों को चार दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित करने का प्रस्ताव रखा जो ध्वनिमत से पारित हो गया। इसके बाद सभापति ने आठों सदस्यों को आज से चार दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित करने संबंधी प्रस्ताव के पारित होने की घोषणा की और संबंधित सदस्यों से सदन से बाहर जाने का आग्रह किया।
सदस्यों के बाहर नहीं जाने और नारेबाजी जारी रहने पर सभापति ने बैठक करीब पांच मिनट बाद ही ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बहरहाल ये सदस्य कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी आसन के समीप बैठ गए। ढाई बजे बैठक फिर शुरू होने पर निलंबित सदस्यों के सदन से बाहर नहीं जाने पर सरदिन्हा ने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 24, 2012, 21:53