Last Updated: Friday, December 28, 2012, 17:53
नई दिल्ली : तेलंगाना के मुद्दे पर आयोजित सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने वाली ज्यादातर पार्टियों ने कांग्रेस और संप्रग सरकार से आज कहा कि वह इस सवाल पर तत्काल कोई फैसला कर आंध्र प्रदेश में चल रही ‘अनिश्चितता’ खत्म करे। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और कांग्रेस विद्रोही वाई एस जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में कोई रूख लेने से परहेज किया और अलग तेलंगाना राज्य के आह्वान पर कदम उठाने की जिम्मेदारी केन्द्र पर डाल दी।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के दो प्रतिनिधियों ने परस्पर विरोधी विचार पेश किए। एक ने अलग तेलंगाना की हिमायत की जबकि दूसरे ने एक अलग राज्य के गठन का विरोध किया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आंध्र प्रदेश को दो हिस्सों में बांटने का समर्थन किया। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने अलग तेलंगाना राज्य के गठन का विरोध किया। भाकपा, टीआरएस और भाजपा ने आंध्रप्रदेश के बंटवारे की जल्द घोषणा करने के लिए केन्द्र को प्रेरित भी किया। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 28, 2012, 17:53