Last Updated: Wednesday, April 3, 2013, 10:55
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : भाजपा ने जिस तरह से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव 2014 के लिए आगे किया है उसे देखते हुए लगता है कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदल दी है। वह इस चुनाव को अब राहुल बनाम मोदी बनाने के बजाय मोदी बनाम मनमोहन बनाने में ही अपना हित देख रही है। ताकि चुनाव परिणाम यदि कांग्रेस के पक्ष में नहीं आते हैं तो राहुल गांधी के सिर पर कम से कम हार का ठीकरा नहीं फोड़ा जा सकेगा।
लगता है कांग्रेस ने आगामी 2014 का लोकसभा चुनाव भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में ही लड़ने का मन बना लिया है। इसके संकेत पार्टी महासचिव और मीडिया प्रभारी जनार्दन द्विवेदी ने दिए हैं। द्विवेदी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री के बीच जो रिश्ता है, वैसा पहले कभी नहीं देखा गया। शायद भविष्य के लिए भी यही आदर्श मॉडल है। द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि उनकी प्राथमिकता पार्टी संगठन है।
मालूम हो कि राहुल के नेतृत्व में चुनाव की अटकलों को पहला झटका प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वयं दे दिया था। पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटते समय उन्होंने मीडिया से बातचीत में इस बात के संकेत दिए थे कि अगर प्रधानमंत्री पद के लिए तीसरी बार उनकी ताजपोशी की बात आती है तो वह विचार करेंगे। उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से इनकार नहीं किया था।
जनार्दन द्विवेदी के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि पार्टी अब इसी लाइन पर चलेगी। हालांकि राहुल के करीबी माने जाने वाले महासचिव दिग्विजय सिंह अपने पुराने रूख पर कायम हैं। उन्होंने द्विवेदी के बयान को उनकी निजी राय करार दिया है।
First Published: Wednesday, April 3, 2013, 10:55