Last Updated: Saturday, April 27, 2013, 00:27

नई दिल्ली : जेपीसी में टकराव खत्म करने की कोशिश के प्रयास में इसके अध्यक्ष पीसी चाको ने विपक्ष के हमलों के बीच टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की विवादास्पद मसौदा रिपोर्ट में संशोधन पर विचार करने की अपनी इच्छा जताई है। मसौदा रिपोर्ट में प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को क्लिीन चिट दी गई है।
चाको ने बताया कि विपक्ष के सदस्य राजनीति में उलझने की बजाय अगर चर्चा के माध्यम से उन्हें मसौदा रिपोर्ट की किसी गलत बात के बारे में कायल कर दें तो किसी भी संशोधन पर विचार किया जा सकता है।
उन्होंने मीडिया में रिपोर्ट के लीक होने की जांच कराने के लिए भी रजामंदी जताई। विपक्ष का आरोप है कि मसौदा रिपोर्ट के लीक होने के लिए चाको जिम्मेदार हैं। चाको ने एक साक्षात्कार में कहा कि उद्देश्य रिपोर्ट को खारिज करने का नहीं नहीं होना चाहिए। उन्हें कहना चाहिए कि हम रिपोर्ट में संशोधन करना चाहते हैं। उन्हें रिपोर्ट का प्रारूप फिर से तैयार करने की जरूरत से समिति को कायल करना चाहिए।
चाको ने एक साक्षात्कार में कहा कि मैं कायल होने के लिए अपना दिमाग खुला रख रहा हूं। लेकिन कायल करना बाद की बात है। पहले उन्हें किसी चर्चा के लिए तैयार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह समिति में रिपोर्ट पर चर्चा के लिए ‘लगातार दिन और रात’ मैराथन बैठक करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उन्हें 10 मई तक इसे संसद में पेश करना है।
कल 30 सदस्यों वाली समिति के 15 विपक्षी सदस्यों ने उन पर ‘पक्षपाती’ होने का आरोप लगाया था और उनको हटाने की मांग की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को क्लीन चिट देने पर मसौदा रिपोर्ट की आलोचना की थी। चाको की यह टिप्पणी उसके एक दिन बाद आई। कांग्रेस नेता चाको ने विपक्षी पार्टियों पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने मौजूदा रुख बरकरार रखा तो इसका मतलब है कि रिपोर्ट उनके लिए रुचिकर नहीं है। उन्होंने कहा कि वे स्वस्थ संसदीय प्रथा को नष्ट कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 27, 2013, 00:27