Last Updated: Saturday, August 17, 2013, 17:04

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने भारत के शीर्ष 20 वांछित आतंकवादियों में से एक अब्दुल करीम टुंडा उर्फ अब्दुल कदूस को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार कर लिया है। वह देश में हुए 40 से अधिक बम धमाकों का मास्टरमाइंड बताया जाता है।
बम बनाने में माहिर और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 70 वर्षीय आतंकवादी को कल अपराह्न करीब 3 बजे नेपाल से लगती बांवसा-महेंद्रनगर सीमा से गिरफ्तार किया गया और दिल्ली लाया गया।
टुंडा उन 20 शीर्ष आतंकियों की सूची में शामिल था जिनकी मांग भारत ने पाकिस्तान सरकार से मुम्बई हमलों के बाद की थी। इस सूची में लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख हाफिज सईद, जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर और दाउद इब्राहीम तथा अन्य का नाम शामिल है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि टुंडा अकेले दिल्ली में ही 21 मामलों में वांछित था जिन्हें उसने 1994 में और 1996 से 1998 के बीच अंजाम दिया।
उन्होंने कहा कि टुंडा ने भटके हुए युवाओं को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध यूरिया, नाइट्रिक एसिड, पोटेशियम क्लोराइड, नाइट्रोबेंजेन और शक्कर जैसी चीजों से बम बनाने और बमों को भीड़ वाली जगहों पर लगाने का प्रशिक्षण दिया था।
विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) एसएन श्रीवास्तव ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि टुंडा के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट नंबर-एसी-4413161 था जो 23 जनवरी 2013 को अब्दुल कदूस के नाम से जारी किया गया था।
चालीस साल की उम्र में कट्टरपंथी जेहादी आतंकवादी बनने से पहले टुंडा बढ़ई, कबाड़ी और कपड़ा विक्रेता के रूप में काम करता था। उसका छोटा भाई अब्दुल मलिक (पेशे से बढ़ई) भारत में उसके परिवार का एकमात्र जीवित सदस्य बताया जाता है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 17, 2013, 10:44