Last Updated: Wednesday, October 2, 2013, 10:19
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : दागी जनप्रतिनिधियों पर अध्यादेश को लेकर कांग्रेस में घमासान जारी है। आज सुबह करीब 9.45 बजे राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की। हालांकि इस मुलाकात का ब्यौरा पता नहीं चल पाय है।
मालूम हो कि दागियों को बचाने वाले अध्यादेश को लेकर राहुल गांधी ने अपनी आपत्ति जताते हुए हाल ही में विवादस्पद बयान दिया था। तब प्रधानमंत्री ने अमेरिका में कहा था कि उन्हें नहीं पता कि आखिर राहुल गांधी ने ऐसा बयान क्यों दिया लेकिन वे इस मसले पर उनसे बातचीत करेंगे और ऐसे बयान का कारण जानेंगे। अध्यादेश पर राहुल की नाराजगी की अटकलों को और बल तब मिला जब गांधी जयंती पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजघाट पर उन्हें श्रृद्धांजलि देने पहुंचे, लेकिन राहुल गांधी नदारद रहे।
खबर ये भी है कि राहुल के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात के बाद सुबह 10.45 बजे कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक भी होनी है। इसमें अध्यादेश को लेकर चर्चा होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। फिर आज शाम को कैबिनेट में इस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। कानून मंत्री कपिल सिब्बल कैबिनेट में अध्यादेश को वापस लेने के लिए नोट पेश कर सकते हैं। इस नोट में कहा गया है कि राष्ट्रपति अध्यादेश के प्रस्ताव को वापस कर दें।
दागी नेताओं को बचाने वाले अध्यादेश पर सरकार के सामने दो विकल्प हैं। पहला- राष्ट्रपति कैबिनेट की सिफारिश पर इसे लौटा दें। दूसरा, राष्ट्रपति से अध्यादेश को मंजूरी दिलाकर सरकार व्याख्या के लिए उसे सुप्रीम कोर्ट भेज दे। कानून मंत्रालय ने अध्यादेश पर प्रधानमंत्री का विस्तृत ब्योरा भेजा है। इसमें साफ लिखा है कि अध्यादेश दागियों को बचाने के लिए नहीं है। बल्कि उनके अपील के अधिकार को बचाए रखने के लिए है।
First Published: Wednesday, October 2, 2013, 09:02