Last Updated: Thursday, March 29, 2012, 07:44
नई दिल्ली : विभिन्न रक्षा सौदों पर उठ रहे सवालों के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा है कि उनकी सरकार उन सभी रक्षा सौदे को रद्द कर देगी जिसमें कुछ गलत हुआ होगा। राजधानी में चार दिवसीय रक्षा प्रदर्शनी के उद्घाटन के बाद एंटनी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी सरकार अनियमितता में शामिल व्यक्ति के खिलाफ 'कठोरतम कार्रवाई' करेगी भले ही वह व्यक्ति कोई भी हो।
हाल में रक्षा मंत्रालय द्वारा छह कम्पनियों को काली सूची में डाले जाने और रक्षा खरीद सौदों में अनियमितता की शिकायतों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह बात कही। हाल ही में भारतीय वायु सेना की जरूरतों के लिए 126 रफाल लड़ाकू विमानों को चुने जाने पर सवाल उठ रहे हैं।
एंटनी ने कहा, "खरीद की प्रक्रिया में यदि यह किसी भी स्तर पर पता चल जाता है कि कुछ गलत किया गया है तो हम सौदे को रद्द कर देंगे। उन्होंने कहा कि यहां तक कि सौदे पर हस्ताक्षर करने के बाद भी अगर कुछ गलत होने की बात सामने आती है तो हम उसे रद्द कर देंगे। हमने भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कई सौंदों को रद्द किया है।
किसी भी रक्षा सौदे से पहले कम्पनियों के साथ एक ईमानदारी समझौते के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हमारे पास ईमानदारी समझौते के रूप में एक बहुत मजबूत रक्षा कवच उपलब्ध है। सौ करोड़ रुपये से अधिक के किसी भी सौदे में ईमानदारी समझौता अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि इस ईमानदारी समझौते के तहत गलत कार्यो में संलिप्त किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम इससे अपने हित और धन बचा सकेंगे। एंटनी ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने चार विदेशी सहित छह रक्षा कम्पनियों पर अगले 10 वर्षो के लिए प्रतिबंध लगा रखा है। इन कम्पनियों के साथ रक्षा मंत्रालय से सम्बद्ध कोई व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि इन कम्पनियों को काली सूची में डाले जाने के कारण कुछ रक्षा निर्माण परियोजनाओं पर असर पड़ा है लेकिन कार्रवाई की जाएगी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 29, 2012, 21:14