Last Updated: Tuesday, August 13, 2013, 15:45

नई दिल्ली : राबर्ट वाड्रा के कथित संदेहास्पद भूमि सौदों को लेकर विपक्ष के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गये। सपा और बसपा का कहना है कि अपने दामाद की कथित गलतियों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।
बसपा प्रमुख मायावती ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं कहना चाहूंगी कि हमारी पार्टी इस बात से सहमत नहीं है कि सोनिया गांधी इसके लिए जिम्मेदार हैं। यदि कोई गलत काम करता है तो उसके रिश्तेदार को दंडित नहीं किया जाना चाहिए। राबर्ट वाड्रा के खिलाफ आरोपों को लेकर सोनिया को कैसे जिम्मेदार ठहराया जा सकता है ?’
मायावती से वाड्रा के मुद्दे पर सवाल किया गया था। इस मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को कई बार कार्यवाही स्थगित हुई और भाजपा इस मुद्दे को लेकर काफी आक्रामक मुद्रा में है।
उधर सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। यह राज्य से जुड़ा मामला है और इससे राज्य स्तर पर ही निपटा जाना चाहिए।
यह पूछने पर कि क्या इस मुद्दे में संप्रग अध्यक्ष को घसीटकर भाजपा सही कर रही है, अग्रवाल ने कहा, ‘मैं भाजपा के इस नारे ‘सरकारी दामाद’ से सहमत नहीं हूं। हम इस मुद्दे के राजनीतिकरण और इसमें सोनिया गांधी को घसीटने से सहमत नहीं हैं। मुझे नहीं लगता कि इस पूरे मुद्दे को लेकर वह (सोनिया) जिम्मेदार ठहरायी जा सकती हैं।’ हरियाणा में कथित विवादास्पद भूमि सौदों को लेकर वाड्रा विपक्ष के निशाने पर हैं और भाजपा ने संसद में इस मुद्दे पर आक्रामक रूख अख्तियार किया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 13, 2013, 15:45