Last Updated: Friday, April 20, 2012, 07:02
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी चेन्नई: चेन्नई के बहुचर्चित दिलशान हत्याकांड में पूर्व सैन्य अफसर को शुक्रवार को अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। पिछले वर्ष एक 13 वर्षीय बच्चे की हत्या करने वाले सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी के रामराज को एक त्वरित अदालत ने शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
अभियोजन पक्ष के एक वकील ने कहा कि न्यायालय ने लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) रामाराज (50) पर 60,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। इसमें से 50,000 रुपये पीड़ित के दिलशान के परिवार को दिए जाएंगे।
फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दिलशान की मां के कलैवानी ने न्यायालय परिसर में जमा संवाददाताओं से कहा कि मैं खुश हूं। यह एक अच्छा फैसला है। यह हर किसी के लिए एक सबक होगा। इस तरह की घटना दुनिया में कहीं भी किसी के भी साथ नहीं घटनी चाहिए।
अभियोजन पक्ष के वकील ने संवाददाताओं से कहा कि मामले की सुनवाई सितम्बर में शुरू हुई थी और 11 अप्रैल को समाप्त हो गई। न्यायालय ने इस दौरान लगभग 55 गवाहों के बयान दर्ज किए। तमिलनाडु पुलिस ने बच्चे की हत्या के एक सप्ताह के भीतर ही मामले का पर्दाफाश कर दिया था।
पुलिस के अनुसार, रामराज बच्चे के अपने आवासीय परिसर में घुसने से नाराज था, जो कि बादाम चुनने के लिए वहां चला गया था। पुलिस ने आरोप लगाया था कि रामाराज ने अपने आवास की बालकनी से तीन जुलाई को अपराह्न् उस समय दिलशान को गोली मार दी थी, जब वह अपने मित्रों के साथ बादाम चुनने के लिए आवासीय परिसर में प्रवेश कर गया था।
दिलशान बुरी तरह जख्मी हो गया था और उसने एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। रामराज के तीन पुत्र सेना में कार्यरत हैं।
First Published: Friday, April 20, 2012, 19:43