Last Updated: Sunday, August 4, 2013, 19:56

नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि दस साल तक तेलंगाना और आंध्र क्षेत्र की संयुक्त राजधानी बनने जा रहे हैदराबाद को दिल्ली की तर्ज पर विकसित जा सकता है जहां कानून व्यवस्था केंद्र के हाथों में है।
कांग्रेस महासचिव ने एक न्यूज चैनल के विशेष शो में कहा, ‘विभिन्न ऐसे प्रावधानों पर हम गौर कर रहे हैं जैसे हमने दिल्ली में अपनाए हैं जहां कानून व्यवस्था सीधे गृह मंत्रालय संभाल रहा है और पुलिस आयुक्त सीधे उपराज्यपाल के प्रति जवाबदेह होते हैं। कुछ इसी प्रकार की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।’ उनसे पूछा गया था कि अगले दस सालों के दौरान यह शहर (हैदराबाद) तेलंगाना का हिस्सा होगा या संघशासित प्रदेश का।
सिंह ने कहा कि कांग्रेस के प्रस्ताव में हैदराबाद को दस साल बाद तेलंगाना का हिस्सा बनाने का वादा किया गया है और ‘आंध्र की नई राजधानी बनाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पार्टी तेलंगाना के फैसले के बाद नए राज्यों के लिए तेज हो रही मांग को देखते हुए नया राज्य पुनर्गठन आयोग बनाने के पक्ष में है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस संबंध में 2002 में एक प्रस्ताव पारित किया था और उसे वापस नहीं लिया गया है।
सिंह ने कहा, ‘यह वर्ष 2002 से सरकार के समक्ष विचाराधीन है। मैं नहीं जानता कि सरकार उसे स्वीकार करेगी या नहीं। कांग्रेस पार्टी ने राज्य पुनर्गठन आयोग बनाने के लिए वर्ष 2002 में एक प्रस्ताव पारित किया था जो वापस नहीं लिया गया है।’ उन्होंने इस तरह की चर्चा खारिज कर दी कि तेलंगाना का निर्णय आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी की संभावना को पर लगाने के लिए किया गया और इस मुद्दे पर दरअसल कोई व्यापक सहमति नहीं थी।
उन्होंने कहा, ‘आप बिल्कुल गलत हैं। तेलंगाना बनाने का यह फैसला किसी राजनीतिक लाभ पर आधारित नहीं है। हम हाल में ही नहीं बल्कि 1950 के दशक से ही इसके बारे में बातचीत कर रहे हैं।’ सिंह ने कहा कि नये राज्य बनाने के विषय पर सभी राजनीतिक दलों एवं प्रांत के नेताओं से यथासंभव व्यापक विचार विमर्श किया गया। दो बार तो आंध्रप्रदेश विधानसभा ने भी तेलंगाना बनाने के पक्ष में प्रस्ताव पारित किए थे। इस फैसले के बाद विधायकों और सांसदों द्वारा दिए जा रहे ताबड़तोड़ इस्तीफों के बारे में उन्होंने कहा कि पार्टी इन बातों से वाकिफ है।
उन्होंने कहा, ‘इतिहास की दृष्टि से, वादे किए गए थे जिन्हें हमने पूरा किया।’ कांग्रेस महासचिव ने हाल के जनमत सर्वेक्षण के इस निष्कर्ष को खारिज कर दिया कि कांग्रेस आगामी आम चुनाव में खिसक कर दूसरे स्थान पर चली जाएगी। उन्होंने कहा, ‘भाजपा नेता नरेंद्र मोदी उनकी पार्टी के लिए तनिक भी कोई कारक नहीं हैं। बिल्कुल नहीं।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 4, 2013, 19:56