Last Updated: Tuesday, December 18, 2012, 19:55
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गैंगरेप मामले में चार लोगों के गिरफ्तारी की पुष्टि की है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने कहा कि इस मामले में दो आरोपी अब भी फरार है। गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम है रामसिंह जो बस का ड्राइवर है। बाकी लोगों के नाम है मुकेश, पवन गुप्ता और विनय शर्मा। मुख्य आरोपी रामसिंह ही है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने कहा कि पुलिस ने वारदात के 24 घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था उन्होंने कहा कि बस पर लिखे नाम से बस का सुराग मिला। उन्होंने कहा कि बस दिल्ली के आरके पुरम के सेक्टर-3 इलाके से बरामद की गई।
उन्होंने कहा कि मामले के एक आरोपी को राजस्थान से पकड़ा गया। उन्होंन कहा कि शर्मनाक वारदात के बाद पीड़ित और उसके दोस्त को बस के दरवाजे से फेंका गया और सबूत मिटाने के लिए बस को धोया गया।
नीरज कुमार ने कहा कि हम इस बात की मांग करेंगे कि इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और रोजाना इस मामले की सुनवाई हो। उन्होंने कहा कि बलात्कार पीड़ित लड़की की हालत में सुधार है लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।
दिल्ली पुलिस के प्रमुख ने कहा कि अपराधियों ने साक्ष्यों को मिटाने के लिए बस धुलाई कर दी थी। आरोपियों में से ज्यादातर आरके पुरम के सेक्टर तीन स्थित झोपड़पट्टी इलाके के हैं।
पुलिस ने बाद में मुख्य आरोपी राम सिंह को न्यायालय में पेश किया जहां वह पहचान परीक्षण से गुजरने से इंकार कर दिया। इसके बाद न्यायालय ने उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
एक मीडिया रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि आरोपियों ने जांचकर्ताओं को बताया कि लड़की ने अपने पुरुष मित्र को पीटे जाने से बचाने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने लड़की को ‘सबक सिखाने के लिए’ उसे मारा-पीटा और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
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First Published: Tuesday, December 18, 2012, 18:56