Last Updated: Friday, March 8, 2013, 23:51
नई दिल्ली : दिल्ली में 16 दिसंबर को सामूहिक बलात्कार कांड का शिकार हुई लड़की को श्रद्धांजलि के तौर पर शुक्रवार को सरकार ने रानी लक्ष्मी बाई- स्त्री शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा की मां को यहां आयोजित एक समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया। इस समारोह में दिवंगत लड़की के पिता और दो छोटे भाई भी मौजूद थे।
इस मौके पर मुखर्जी ने अपने संबोधन में कहा, ‘मैं इस बात से खुश हूं कि निर्भया के जज्बे को रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड प्रदान किया गया। वह, जिसे अब निर्भया के नाम से जाना जाता है एक बहादुर और साहसी लड़की थी, जिसने अपनी अंतिम सांस तक अपने जीवन और गरिमा के लिए संघर्ष किया।’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘वह एक सच्ची जांबाज थी और भारतीय युवा और महिलाओं की श्रेष्ठ प्रतीक थी। उसका दुखद अंत बेकार नहीं जाना चाहिए। हमें इस बात की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए कि ऐसी घटना दोबारा न हो।’
पुरस्कार के प्रशस्ति पत्र पर लिखी इबारत में हजारों पुरूषों, महिलाओं, लड़के और लड़कियों के योगदान को स्वीकार किया गया है, जिन्होंने अंधकार की उस घड़ी को तमाम महिलाओं को हिंसा से आजादी और न्याय की यादगार आवाज में बदल दिया।
मुखर्जी ने कहा कि एक नागरिक के तौर पर ‘हमें यह व्यवस्था करनी चाहिए कि महिलाएं हमारे देश में खुद को सदा सुरक्षित महसूस करें।’
उन्होंने कहा कि समाज के तौर पर हमारा यह प्रयास हो कि ‘हम उनके खिलाफ तमाम नकारात्मक धारणाओं को दूर करें।’ राष्ट्रपति ने स्त्री शक्ति अवार्ड की पांच अन्य विजेताओं के कार्यों की भी सराहना की। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 23:51