दिल्ली पुलिस के बचाव में उतरीं कृष्णा तीरथ

दिल्ली पुलिस के बचाव में उतरीं कृष्णा तीरथ

नई दिल्ली : सामूहिक बलात्कार की घटना से निपटने को लेकर न्यायमूर्ति वर्मा द्वारा दिल्ली पुलिस की आलोचना करने के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ ने कहा कि दिल्ली पुलिस के कामकाज में कुछ कमियां जरूर थीं लेकिन उनकी कार्रवाई को पूरी तरह से असफल नहीं कहा जा सकता।

न्यायमूर्ति जेएस वर्मा समिति द्वारा दिल्ली सामूहिक बलात्कार की घटना में पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए जाने पर तीरथ ने कहा, ‘मैं पुलिस के पूरी तरह असफल रहने की बात नहीं कह सकती। यह एक दुर्घटना थी। मैंने इस तरह का पहले कभी कोई मामला नहीं देखा।’

इस साल के बहादुरी पुरस्कार विजेता बच्चों के लिए आयोजित पुरस्कार समारोह के दौरान तीरथ ने कहा कि वह जनता के रूख का समर्थन करती हैं। साथ ही उन्होंने इस तरह के मामलों से निपटने के लिए कड़े कानून बनाने की जरूरत की बात दोहराई। बलात्कार कानूनों के निर्माण पर आम सहमति न होने से संबंधित सवाल पूछे जाने पर तीरथ ने कहा, ‘यह एक मंत्रालय से जुड़ा नहीं है’ तथा इस फैसले में और भी पक्ष शामिल हैं।

दर्शक दीर्घा में बैठे बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दों पर ‘बच्चों को संवेदनशील’ बनाने की जरूरत पर बल दिया। बच्चों और उनके माता-पिता को बधाई देते हुए तीरथ ने कहा कि बच्चों की यह अदम्य भावना उन्हें भविष्य में राह दिखाने वाला प्रकाशपुंज बनाती है। उन्होंने कहा कि साधारण वातावरण और परिस्थितियों में दिखाई गयी बहादुरी इन बच्चों को विशिष्ट बना चुकी है। कृष्णा ने कहा कि ये बच्चे अन्य के लिए भी प्रेरणा स्रोत्र बन चुके हैं।

कृष्णा तीरथ ने कहा कि यह आवश्यक है कि बच्चों को देश के एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए बचपन से ही प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि सामाजिक संदेशों को ले जाने और सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए बच्चे ही सही संदेशवाहक होते हैं। देश में बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करने के क्रम में यह महत्वपूर्ण है कि समाज की मानसिकता में बदलाव लाया जाए।

पुरस्कार प्राप्त करने वाले 22 बच्चों में 18 लड़के और 4 लड़कियां हैं। इनमें से कुछ ने बच्चों और बुजर्गों को डूबने से बचाया है। कुछ ने अपने साथियों और परिवार के सदस्यों को अग्नि, डकैती और चोरों के हाथों मारे जाने से बचाया है। एक लड़की ने अपनी छोटी बहन की चीते के पंजों से रक्षा की और दूसरी ने बाल विवाह से बचने के लिए अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। एक बहादुर बच्चे की कुछ अन्य बच्चों को डूबने से बचाने के दौरान मृत्यु हो गयी। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 23, 2013, 22:48

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